*जीवन-रेखा से आरम्भ होने वाली स्पष्ट सूर्य रेखा भविष्य में उन्नति और यश बढ़ाने वाली होती है लेकिन ऐसा व्यक्ति यह उन्नति, निजी परिश्रम और योग्यता से ही होती है। व्यवसायिक हाथ को छोड़कर शेष सभी हाथों में इसके प्रभाव से मनुष्य अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी कला में पूर्ण रूप से उन्नति कर सकता है।
*यह रेखा स्त्री या पुरूष के शीघ्र ग्राही होने का भी अचूक प्रमाण देती है। ऐसे व्यक्ति सुन्दरता के पुजारी होते हैं और अपने जीवन का अधिकांश समय सौन्दर्य उपासना में ही गुजार देते हैं। यही वजह है कि वे उन स्त्री-पुरूषों की अपेक्षा जिनकी सूर्य रेखा स्वयं भाग्यरेखा से आरंभ हो रही हो, जीवन का अधिक उपभोग नहीं कर पाते।