भगवान विष्णु का ये अवतार करता है जीवन में प्रेम का संचार, जानिए इनके पूजा के नियम
जयपुर:भगवान विष्णु के सब अवतारों में लोकप्रिय अवतार है श्री कृष्ण अवतार। इनकी पूजा अर्चना सेवा यदि मन लगाकर की जाए तो घर में कभी धन-धान्य व सुख समृद्धि की कमी नहीं होती। पूजा के लिए कौन सी चीजें जरूरी मानी गई हैं। काैन से हैं वो खास नियम जिन्हें उनकी पूजा के दौरान कभी नहीं भूलना चाहिए।
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*आचमन, यानि पूजा से पूर्व हाथों को जल धोने की क्रिया, में उपयोग किए जाने वाले जल को आचमन कहते हैं। यह शुध जल और सुगंधित फूलों का मिश्रण होता है।
*कृष्ण पूजा में सबसे जरूरी होता है आसन, जिस पर भगवान कृष्ण की स्थापना की जाती है। इसका रंग तेज और चमकीला, जैसे लाल, पीला, नारंगी, हो तो बेहतर रहेगा।
*जिस बर्तन में भगवान कृष्ण के पांव धोए जाते हैं उसे पाघ कहा जाता है। पूजा करने से पहले पाघ में स्वच्छ जल और फूलों की पंखुड़ियां डालें और उससे भगवान कृष्ण के चरणों को धोएं।
* दूध, दही, घी, शहद और चीनी के मिश्रण से पंचामृत बनाकर उसे किसी शुद्ध बर्तन में भरें और फिर उस पंचामृत से भगवान कृष्ण को भोग लगाएं। याद रहे कृष्ण बिना तुलसी के भोग ग्रहण नहीं करते हैं।
* पूजा में उपयोग होने वाली दूर्वा घास, कुमकुम, चावल, अबीर, सुगंधित फूल और शुद्ध जल को पंचोपचार या अनुलेपन नाम दिया गया है। श्रीकृष्ण में इन सभी का होना आवश्यक होता है।
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*अगर घर में श्रीकृष्ण की पूजा रखवाई गई है तो पूजा के दौरान श्रीकृष्ण को जो भोग लगाया जाता है उसमें ताजे फल, मिठाइयां, लड्डू, मिश्री, खीर, तुलसी के पत्ते और फल शामिल होते हैं।