इस मंदिर में मिलते हैं प्रसाद में सोने-चांदी के गहने, धनतरेस में खुलते हैं कपाट

Update: 2017-10-16 04:21 GMT

रतलाम:मध्यप्रदेश के रतलाम शहर के माणक में मां महालक्ष्मी का पुराना मंदिर है। धनतेरस पर ब्रह्म मुहूर्त में इस मंदिर के कपाट खुलते हैं और पांच दिन के लिए यहां दीपावली पर्व मनाया जाता है। इस मंदिर में सालों से मां को गहने और रुपये अर्पित करने की परंपरा है। इस मंदिर की सजावट फूलों, झालरों से नहीं, बल्कि रुपयों और जेवरात से की जाती है।

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दीपावली के दिनों में यहां आने वाले हर भक्त को प्रसाद के रूप में कुछ गहने या रुपये दिए जाते हैं। इन दिनों पूरे साल प्रसाद के रूप में आए गहने और रुपयों भक्तों में बांट दिए जाते हैं। दीपावली के अवसर पर मां का दरबार नोटों और सोने चांदी के गहनों से सजाया जाता है।

 

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मान्यता है कि इस मंदिर में नोट रखने से सालभर घर में धन की कमी नहीं रहती है। दीपावली के दिन यह मंदिर 24 घंटे खुला रहता है। धनतेरस पर महिला श्रद्धालुओं को यहां कुबेर की पोटली दी जाती है। धनतेरस से दीपावली तक यह मंदिर सोने, चांदी और नोटों से सजा नजर आता है। मान्यता है कि यहां आने वाला भक्त कभी खाली हाथ नहीं लौटता है।

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