लखनऊ: चार माह की निद्रा के बाद जागते ही भगवान विष्णु के सारे शुभ क्रम शुरु हो जाते हैं। शादियों का सीजन शुरू हो जाता है। वैसे तो विवाह देव उठनी एकादशी से ही शुरु हो जाता है। इस दौरान होने वाले विवाह के लिए स्वयं सिद्धि महूर्रत भी कहा जाता है, क्योंकि देव उठनी एकादशी को भगवान विष्णु योगमाया से जागते हैं और उनके जागने पर तमाम शुभ महूर्रत शुरु हो जाते हैं।
लेकिन अब यह भी आपको बता दें कि देव उठनी एकादशी के बाद देशभर में विवाह का जो बंपर सीजन भी शुरु हो गया है, जो चार जनवरी 2017 तक लगातार जारी रहेगा। इस दौरान जमकर शादियां होगी तो गृह प्रवेश, नई दुकान और कारोबार को शुरू करने के लिए भी अनेकों मुहर्रत हैं।
विवाह महूर्रत
नवंबर 2016- 1, 3, 4, 7, 8, 9, 10, 12, 13
दिसंबर 2016-1, 3, 4, 8, 9, 10, 12, 13
जनवरी 2017-1, 2, 3, 5, 6, 7, 14, 15, 18, 19, 27, 28,
फरवरी 2017-1, 2, 3, 5, 6, 7, 14, 15, 18, 19, 27, 28
मार्च 2017-4
विवाह के लिए अनसुलझे स्वयं सिद्धि मुहर्रत
11 नवंबर
1 फरवरी 2017, बसंत पंचमी
28 फरवरी, फुलेरा दोज