सहारनपुर: आगामी 21 सितंबर से शारदीय नवरात्रि शुरू होने जा रही है। इस दौरान सभी भक्त अपने अपने तरीके से मां देवी दुर्गा की अराधना करेंगे। वैसे तो इन नौ दिनों में देवी की सभी भक्तों पर कृपा बरसती है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं, जिसे करने से आप हमेशा बुरी नजर से बच सकते हैं।
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आपने देखा होगा कि बहुत सारे लोग हाथ में बाजू पर अथवा कलाई पर काला धागा पहने हैं। कुछ लोग गले में काला धागा ग्रहण करते हैं। आखिर काला धागा ही क्यों पहना जाता है? इसके बहुत सारे कारण हो सकते हैं, लेकिन अधिकांश लोग काला धागा केवल इसलिए धारण करते हैं कि उन्हें किसी की नजर न लगे।
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नजर वाला यह काला धागा बनवाने के लिए लोग ज्योतिषों और तंत्र विद्या का ज्ञान रखने वाले लोगों के पास जाते हैं, लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं कि घर पर ही काला धागा कैसे तैयार किया जा सकता है?
ज्योतिषाचार्य गोपाल राजू के अनुसार इन नवरात्र में आप अपने घर पर ही काला धागा तैयार कर सकते हैं क्योंकि माता के यह नौ दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि नवरात्र में सप्तमी, अष्टमी अथवा नवमी तिथि को यह काला धागा घर पर ही तैयार किया जा सकता है। इसके लिए हमें सबसे पहले यह करना होगा कि घर पर नवरात्र के पहले दिन से मां दुर्गा के बीज मंत्र- 'ओम एं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे' की ग्यारह माला प्रतिदिन जाप करना होगा। इसके बाद सप्तमी, अष्टमी अथवा नवमी को घर पर हवन करें।
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हवन में हवन सामग्री तैयार करने के लिए बाजार से हवन सामग्री ले आएं, इसमें बताशा या चीनी, काले तिल, कमल गट्टा, गुगल और गोले का बुरादा मिलाएं तथा हवन में आहूति दें। अंतिम दिन जो काले धागे तैयार करने हैं, उन्हें अपने पास रखें और देवी के उक्त मंत्र की 11वीं माला के बाद उक्त धागों को हवन कुंड से उठ रही धुनी को दिखाएं। एक मंत्र का जाप करते हुए धागे में एक गांठ लगाते जाएं। धागे में 108 बार मंत्र का जाप करते हुए इतनी ही गांठ आपको लगानी है।
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इसके बाद आपका नजर उतारने का धागा तैयार हो गया है। यह धागा आप अपने पास रख लें और जरूरतमंद लोगों को मां देवी का स्मरण कर वितरित कर सकते हैं। नवरात्र के अंतिम दिन उक्त माला का जाप करने के बाद सात आठ साल की कन्याओं का पूजन करें और उन्हें उपहार प्रदान कर अपने घर से विदा करें।