आज के दिन करें अपने रसोई करें में ये काम, नहीं होगी मां अन्नपूर्णा आपसे नाराज
जयपुर: मार्गशीर्ष माह में पूर्णिमा केे दिन मां अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती है। मान्यता है कि जब पृथ्वी पर अन्न की कमी हो गई, तब मां पार्वती ने अन्नपूर्णा देवी के रूप में अवतरित होकर समस्त मानव जाति की रक्षा की थी। माता अन्नपूर्णा अन्न की देवी हैं। इस दिन माता पार्वती एवं भगवान शिव की पूजा-अर्चना करनी चहिए। माता अन्नपूर्णा की पूजा से घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती है। परिवार में सभी का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है।
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अन्नपूर्णा जयंती अन्न के महत्व का ज्ञान कराती है। हमें कभी भी अन्न का निरादर नहीं करना चाहिए। अन्नपूर्णा जयंती पर घर में चूल्हे और रसोई गैस का पूजन किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन रसोई का पूजन करने से घर में कभी भी धन धान्य की कमी नहीं रहती है। कभी भी अन्न को व्यर्थ नहीं करना चाहिए। यही इस त्योहार का मुख्य संदेश है। इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्त्व है। स्त्रियों को भी अन्नपूर्णा माना गया है। स्त्रियों द्वारा अन्नपूर्णा जयंती के दिन चूल्हे पर चावल और मिष्ठान का भोग लगाकर दीपक जलाया जाता है। इस दिन सुपात्र को भोजन कराएं और रात्रि में स्वयं बिना नमक का भोजन करें।