इस मुहूर्त में करें कलश स्थापना, 8 अप्रैल से चैती नवरात्र शुरू

Update: 2016-04-06 05:25 GMT

लखनऊ: चैत्र नवरात्र आते ही वातावरण में भक्तिमय माहौल बन जाता है। देवी के जयकारे के साथ राम नाम का जाप भी शुरू होता है, क्योंकि चैत्र नवरात्र के साथ रामलला के जन्मोत्सव की तैयारी भी शुरू हो जाती है। इस नवरात्र को बासंतिक नवरात्र भी कहते हैं। इस बार शुक्रवार 8 अप्रैल 2016 से चैती नवरात्र शुरू हो रहा हैं। नवरात्रि के पहले दिन ही हिंदू घरों-मंदिरों में शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना की जाती है। आइए जानें इस बार कौन सा मुहूर्त है कलश स्थापना की।

शास्त्रों में सुबह के समय को कलश स्थापना के लिए श्रेष्ठ माना गया है, लेकिन इस बार वैधृति योग होने से सुबह कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त नहीं है। शास्त्रों में चित्रा नक्षत्र के वैधृति योग में कलश स्थापना को वर्जित माना गया है। इस बार चैत्र नवरात्र की प्रतिपदा को सुबह से 10.40 बजे तक वैधृति योग बन रहा है। ऐसे में कलश स्थापना इस योग के बाद ही करना शास्त्र सम्मत रहेगा।

ज्योतिषविद स्वामी दिव्यानंद पं. ललन त्रिपाठी के अनुसार कलश स्थापना अभिजित मुहूर्त में दोपहर 12.13 से 1 बजकर 1 मिनट तक करना सबसे सर्वश्रेष्ठ रहेगा। साथ ही वैधृति योग के बाद सुबह 10.40 से 11.05 बजे तक अमृत के चौघड़िए और दोपहर 12.37 से 2.10 बजे तक शुभ में भी कलश स्थापना की जा सकेगी।

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