जयपुर:हिन्दू शास्त्रों में भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। एकादशी साल में 24 होती हैं। चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को पापमोचनी एकादशी कहते हैं। यह एकादशी इस बार 13 मार्च मंगलवार को है। मान्यता है कि इस दिन जो मनुष्य पूरे भक्ति भाव से भगवान विष्णु की उपासना करता है उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।
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यह भी माना जाता है कि पापमोचनी एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के मोक्ष का द्वार खुल जाता है। इस एकादशी के महत्व के बारे में भगवान कृष्ण ने अर्जुन को बताया था कि जो भी कृष्ण पक्ष की एकादशी का व्रत रखता है उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। एकादशी के दिन भक्त को भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। माना जाता है कि इससे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
एकादशी के दिन प्रातः स्नानादि से निवृत होकर भगवान विष्णु की पूजा करें। घी का दीपक जलाकर भगवान विष्णु की प्रार्थना करें। हो सके तो हवन भी कर सकते हैं। पूरे दिन व्रत के दौरान भगवान विष्णु का ध्यान करते रहें। इसके अलावा 'ओम नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जप भी कर सकते हैं।