दुल्हन की तरह सजाया गया बरसाने, राधा जन्मोत्सव को लेकर हर तरफ है उल्लास

Update:2016-09-09 11:37 IST

मथुरा: भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी शुक्रवार को( 9 सितंबर 2016) श्रीकृष्ण की बाल सखा जगजननी भगवती शक्ति राधाजी का जन्म दिन मनाया जाएगा। इसको लेकर बरसाने में इंतजाम कर लि गए है। कहते हैं राधा के बिना श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व अधूरा है। यदि श्रीकृष्ण के साथ से राधा को हटा दिया जाए तो श्रीकृष्ण माधुर्यहीन-सौंद्रयहीन हो जाते हैं।

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ऐसी मान्यता है कि इसी दिन व्रज में श्रीकृष्ण के प्रेयसी राधा का जन्म हुआ था। पुराणों के अनुसार, राधा भी श्रीकृष्ण की तरह ही अनादि और अजन्मी हैं, उनका जन्म माता के गर्भ से नहीं हुआ। इस पुराण में राधा के संबंध में बहुत ही ऐसी बातें बताई गई हैं जो बहुत कम लोग जानते हैं।

राधाजी का जन्म जन्माष्टमी के पूरे 15 दिन बाद ब्रज के रावल गांव में राधा जी का जन्म हुआ । कहते हैं कि जो राधा अष्टमी का व्रत नहीं रखता, उसे जन्माष्टमी व्रत का फल नहीं मिलता। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधाष्टमी व्रत रखा जाता है। पुराणों में राधा-रुक्मिणी को एक ही माना जाता है। जो लोग राधा अष्टमी के दिन राधा जी की उपासना करते हैं, उनका घर धन संपदा से सदा भरा रहता है। राधा अष्टमी के दिन ही महालक्ष्मी व्रत का आरंभ होता है।

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दुल्हन की तरह सजा बरसाने

इस बार भी बरसाने में राधा रानी के जन्मोत्सव को बहुत धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर पूरे बरसाने को दुल्हन की तरह सजाया गया है और इस अवसर पर बरसाना और नन्दगांववासियों ने संयुक्त रूप से लाडि़ली जी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया। हर कोई बधाई गायन और पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनों पर मदमस्त होकर थिरक रहा था।

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ब्रह्मगिरि पर्वत पर स्थित श्री लाडि़ली जी मंदिर में राधाजी के फूल बंगला और छप्पन भोग के दर्शनों का आयेजन किया गया। बरसाना वासियों ने भांग ठंडाई और प्रसाद से सबका स्वागत किया।

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राधाष्टमी को लेकर सुरक्षा पुख्ता इंतजाम

राधा जन्मोत्सव पर बरसाना में तैयारियां बढ़-चढ़ कर की गई। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सुरक्षा व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे दिया गया। मेले में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। चौदह बेरियर और एक दर्जन पार्किंग बनाई गई हैं। खुफिया विभाग के लोगों को भी यहां लगाया गया है। मेले के लिए 70 बसें चलाई जाएंगी तथा 30 बसें रिजर्व रखी जाएंगी। वृन्दावन एवं रावल के लिए भी अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। बरसाना मेले में प्रत्येक सेक्टर की जिम्मेदारी उप जिलाधिकारी को दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस जगह-जगह पर मौजूद रहेंगी।

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