वाराणसी: दुनिया में अगर कही भी सनातन धर्मी परंपरा जीवंत है तो वो जगह है धर्म नगरी काशी। आज भी अपने संस्कृति को बनाए रखने के के लिए मोक्ष का धाम यह नगर जाना जाता है। दूसरे-दूसरे देशों से लोगो यहां सनातन संस्कृति को आत्मसात करने आते हैं। ऐसा ही कुछ आज तब देखने को मिला, जब रशिया के मास्को शहर की रहने वाली फिल्म एक्ट्रेस एला स्कोवोरोडिना शांति की खोज में इस शहर में आई है वो यहां संस्कृत की दीक्षा लेंगी।वे यहां तंत्र गुरू शिवाला स्थित रहने वाले डॉ. बागीश दत्त शास्त्री से दीक्षा लेंगी। एला ने शांति की तलाश में जनवरी माह में काशी पहुंची है।
इस कारण वो शांति की खोच में निकली
संस्कृत की दीक्षा लेने पहुंची एला ने बताया कि वो 30 से ऊपर फिल्मों और टेलीविजन सीरियलों में एक्टिंग कर चुकी है। साथ ही कई फिल्मों में कॉस्टिंग डायरेक्टर का भी रह चुकी है। उन्होंने कई सारी प्रोडेक्शन हाउस के लिए काम किया है। बॉलीवुड के राजकपूर उनके पसंदीदा कलाकार है। उन्हें फिल्म कागज़ के फूल पसंद है। पिछले 10 सालों में शांति की तलाश में भारत आई एला ने बताया कि जब उन्हें गुरूजी के बारे में पता चला तो वो उनसे मिलने काशी आ गयी। हांलाकि गुरू जी से मिलने के बाद उनकी लाइफ स्टाइल काफी बदल गई। इस दौरान एला ने शिव तांडव का पाठ कर सभी को अचरज में डाल दिया। एला ने बताया कि उन्हें भगवत गीता ,ऋग्वेद पढ़ना अच्छा लगता है और भगवान शिव से जुड़े कई मंत्र उन्हें याद है। दीक्षा लेने के पीछे के कारण को बताते हुए एला ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्रीज में काम के प्रेशर के कारण काफी तनाव रहता है जिसके लिए वो दीक्षा के माध्यम से शांति की खोज में आई है।
गुरू से 7 सालों से संपर्क में...
वहीं एला के शांति की तलाश को पूरा करने का काम करने वाले और उन्हें तंत्र के माध्यम से शांति की अनूभूति दिलाने वाले डॉ.बागीश दत्त शास्त्री ने बताया कि एला रूस के मास्को शहर की रहने वाली है और वह 7 सालों से लगातार यहां आ रही हैं। उन्होंने बताया कि एला पेशे से एक्ट्रेस है और स्वभाव से बहुत शांतिप्रिय है क्योंकि फिल्म इंडस्ट्रीज में काम के प्रेशर के कारण बहुत तनाव होता है जिसके कारण यह यहां शांति प्राप्त करने के लिए आती हैं। वह पहले भी एक बार हमारे यहां से दीक्षा ले चुकी हैं।