जयपुर:साईबाबा की पूजा गुरूवार को होती है ऐसी मान्यता है कि साईं बाबा की आराधना से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। शायद यही कारण है कि इनके भक्तों की संख्या लाखों में हैं। मान्यताओं के अनुसार साईं बाबा की पूजा यदि सच्चे मन से और विधि पूर्वक किया जाए तो जीवन की हरेक परेशानियों के छुटकारा आसानी से मिल जाता है। साईं बाबा की विधिवत् पूजा-अर्चना के बारे में जानते हैं।
इसे पढ़ें...2018: वृश्चिक राशि के लिए ये साल रहेगा उतार-चढ़ाव भरा ,जानिए पूरा हाल
साईं बाबा की पूजा के लिए सर्वप्रथम सुबह-सुबह स्नान आदि से निवृत हो जाएं। इसके बाद सच्चे मन से जल, दूध और दही को मिलकर साईं बाबा को स्नान कराएं। फिर स्वच्छ जल से साईं बाबा को स्नान कराकर सूखे कपड़े से पोछें। इसके बाद श्रद्धा और सबुरी को समर्पित दो घी के दीपक साईं बाबा के समक्ष जलना चाहिए।
इसे पढ़ें...लाफिंग बुद्धा को रखते हैं आप तो जरुर जानिए उससे जुड़ी ये अनिष्ट बात
इन दोनों दीपकों में इतना घी रखना चाहिए जिससे साईं बाबा के सामने कम से कम 21 मिनट तक जले। फिर साईं बाबा के सम्मुख सतचरित्र का पाठ करें। ध्यान रहना चाहिए कि साईं बाबा के सामने किए गए पथों की संख्या 11 हो। पूजा-पाठ के दौरान हृदय से, सच्चे मन से मनन करें। अंत में ऊं साईं नाथाय नमः, ऊं श्री शिर्डी देवाय नमः जाप करते हुए प्रसाद में बाबा को फल, मिष्ठान अर्पण करे और वही भोजन स्वंय प्रसाद के रूप में लें। बचे हुए भोजन को गाय, कुते और अन्य जीवों में बांट दें।