सहारनपुर: कुछ लोगों का मानना है कि महाशिवरात्रि के दिन ही शंकर जी का विवाह पार्वती जी से हुआ था, उनकी बरात निकली थी। महाशिवरात्रि का पर्व स्वयं परमपिता परमात्मा के सृष्टि पर अवतरित होने की याद दिलाता है। महाशिवरात्रि के दिन व्रत धारण करने से सभी पापों का नाश होता है और मनुष्य की हिंसक प्रवृत्ति भी नियंत्रित होती है। निरीह लोगों के प्रति दयाभाव उपजता है। ईशान संहिता में इसकी महत्ता का उल्लेख इस प्रकार है-
शिवरात्रि व्रतं नाम सर्वपापं प्रणाशनत्
चाण्डाल मनुष्याणं भुक्ति मुक्ति प्रदायकं
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ज्योतिषाचार्य सागर जी महाराज बताते है कि सूर्यदेव भी इस समय तक उत्तरायण में आ चुके होते हैं तथा इसी दिन से ॠतु परिवर्तन की भी शुरुआत हो जाती है। ज्योतिष के अनुसार चतुर्दशी तिथि को चन्द्रमा अपनी सबसे कमज़ोर अवस्था में पहुँच जाता है जिससे मानसिक संताप उत्पन्न हो जाता है। चूँकि चन्द्रमा शिवजी के मस्तक पर सुशोभित है इसलिए चन्द्रमा की कृपा प्राप्त करने के लिए शिवजी की आराधना की जाती है। इससे मानसिक कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।
शिव पूजन की सामान्य विधि
जिस दिन शिव पूजन करना चाहते हैं, उस दिन सुबह स्नान आदि नित्य कर्मों से निवृत्त होकर पवित्र हो जाएं। इसके बाद घर के मंदिर में ही या किसी शिव मंदिर जाएं। मंदिर पहुंचकर भगवान शिव के साथ माता पार्वती और नंदी को गंगाजल या पवित्र जल अर्पित करें।
जल अर्पित करने के बाद शिवलिंग पर चंदन, चावल, बिल्वपत्र, आंकड़े के फूल और धतूरा चढ़ाएं।
राशियों के अनुसार क्या करें इस महाशिवरात्रि पर
मेष- इस राशि के जातकों को जल से महादेव का अभिषेक करना चाहिए। जिससे की इस राशि वाले जातको के मन की अग्नि की ज्वलन कम हो सके।
वृषभ- इस राशि के जातकों को गंगा जल मिश्रित जल अथवा गंगा जल महादेव को अर्पित करने से हमारा स्वभाव शांत होता है। आचरण स्नेहमय होता है।सहन शक्ति में बढ़ोत्तरी होती है।
मिथुन- इस राशि के जातकों को शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करे।
कर्क- इस राशि के जातक को दूध से महादेव के शिवलिंग का अभिषेक करे। दूध अर्पित करने से उत्तम स्वास्थ्य मिलता है।
सिंह- इस राशि के जातक शहद अर्पित करते हुए महादेव का अभिषेक करे। शहद चढ़ाने से हमारी वाणी में मिठास आती है।
कन्या- शिवलिंग को गन्ने के रस से स्नान कराए।ॐ नमः शिवाय का जाप करते रहे।
तुला- इस राशि के जातक चांदी से निर्मित सर्प महादेव को अर्पित करें।
वृश्चिक- भोलेनाथ को ईत्र से स्नान कराये , ईत्र से स्नान करवाने से विचार पवित्र होते हैं। लाल वस्त्र अर्पित करं।
धनु- केशर युक्त दूध अर्पित करे। केशर अर्पित करने से हमें सौम्यता प्राप्त होती है।
मकर - भांग चढ़ाये या भांग के जल से अभिषेक करे I भांग चढ़ाने से हमारे विकार और बुराइयां दूर होती हैं।
कुंभ - चंदन चढ़ाने से हमारा व्यक्तित्व आकर्षक होता है। समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है। दूर दूर तक नाम एवं प्रसिद्धि फैलती है।
मीन- मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाने से हमारा स्वभाव शांत होता है। आचरण स्नेहमय होता है।पीले पदार्थो का भोग लगाएं।