लखनऊ: श्मशान घाट पर में हिंदू धर्म में महिलाओं के जाने पर मनाही है। रीति रिवाजों के मुताबिक अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों को बाल मुंडवाने होते हैं। इससे महिलाएं दूर रहें इसलिए उन्हें वहां जाने की अनुमति नहीं होती।
*महिलाओं का दिल पुरुषों की अपेक्षा विनम्र होता है। वो शायद अग्नि दाह को नहीं बर्दाश्त कर पाए। वहीं ये मान्यता है कि अगर कोई श्मशान घाट पर रोता है तो मरने वाले की आत्मा को शांति नहीं मिलती। ऐसे समय महिलाएं ज्यादा रोती है इसलिए भी इन्हें श्मशान घाट नहीं जाने देते।
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*महिलाओं का दिल कोमल होता है और अंतिम संस्कार की क्रिया से डर जाती है। वहीं शमशान से लौटने के बाद पुरुषों के पैर धुलाने व स्नान कराने के लिए भी उनका घर में रहना जरूरी हैं।
*श्मशान में आत्माओं का वास होता है ऐसी आत्माओं से महिलाओं को सबसे ज्यादा खतरा होता है। कहा जाता है कि बुरी आत्माएं महिलाओं को निशाना बनाती हैं।