जयपुर: जैसे शास्त्रों में और विद्वानों ने स्त्रियों के स्वभाव की पहचान बताई है वैसे ही विद्वानों पुरुषों के सत्यता की भी पहचना बताई है कि को पुरुष धोखा दे सकता है और कौन नहीं। चाणक्य के जीवन सूक्त पर यदि व्यक्ति एक बार अमल कर लेता हैं, तो व्यक्ति कई प्रकार की अनावश्यक परेशानियों से बच सकता है।
चाणक्य ने कहा है कि श्लोक के माध्यम से बताया है कि व्यक्ति को इस प्रकार के लोगों से सदैव बचकर रहना चाहिए। चाणक्य नियम ज्यादातर स्त्रियों के विषय में सुनने को आती है। चाणक्य नीति के अनुसार हम आपको पुरुषों से संबंधित उस नियम को बता रहे हैं। जिसमें ऐसे लोगों से दूरी बनाने के सलाह दी गई है।
श्लोक
नि:स्पृजहो नाधिकारी स्यासन्नाककामो मण्डगनप्रिय:। नाविदग्धे: प्रियंब्रूयात स्पंष्ट वक्तां न वचक:।।
अर्थ
ऐसे पुरुष जो दिखावे में यकीन रखता हो, उस पर कभी भी भरोसा नहीं करना चाहिए। किंतु जो पुरुष स्पष्ट वक्ता होता है अर्थात् जो साफ-साफ शब्दों में बातों को बिना कोई मोड़ दिए हुए बात करे। ऐसे लोगों का साथ जीवन में खुशियां और सम्पन्नता लाता है। ऐसे पुरुष जीवन में आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास करते हैं। साथ ही ऐसे पुरुष दिखावे की चीजों को बहुत अधिक महत्व नहीं देते हैं।
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इसके विपरीत जो पुरुष खुद को आकर्षक दिखाना चाहते हैं। यानि जो खुद की साज-सज्जा पर अधिक ध्यान देते हैं। चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे लोगों का दिल बहुत ईमानदार नहीं होता है। ऐसे पुरुष न तो अपने लिए ईमानदारी से कोई प्रयास करते हैं और न ही दूसरों के लिए ऐसा कर पाते हैं। ऐसे लोग जीवन के किसी भी मोड़ पर धोखा दे जाते हैं।
इसके अलावे ऐसे पुरुष स्त्रियों के प्रति खास आकर्षण रखते हैं। लेकिन किसी एक पर स्थित नहीं रह पाते हैं। चाणक्य नीति के अनुसार विशेष रूप से स्त्रियों को ऐसे पुरुषों के प्रेम में नहीं पड़ना चाहिए।