कहीं किताब तो कहीं मिलता है प्याज, ये है मंदिरों में मिलने वाले प्रसाद

Update:2017-11-26 06:49 IST

जयपुर: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ व प्रसाद का खास महत्व है। कुछ लोग सुबह भगवान को भोग लगाने के बाद ही अन्न-पानी लेते हैं। इतना ही नहीं, कही कही तो रोज भगवान को अलग-अलग भोग लगाए जाते हैं। भगवान के चढ़ाए भोग को प्रसाद के रूप में पूरे परिवार में भी बांटा जाता है। इसी तरह हर मंदिर में विराजमान देवी-देवताओं को प्रसाद के रूप में भोग लगाया जाता है। देश के कुछ ऐसे मंदिर जहां प्रसाद के रूप में टेस्टी पकवान मिलते हैं। देश में कई ऐसे प्रसिद्ध मंदिर हैं जहां मिलने वाले प्रसाद का नाम सुनकर आपके मुंह में पानी आ जाएगा।

राजस्थान स्थित गोगामेड़ी मंदिर में प्याज और मसूर की दाल का भोग लगाया जाता है। यहां आने वाले भक्तों को प्रसाद के रूप में प्याज दी जाती है। लोग इसे घर ले जाकर इस प्रसाद का इस्तेमाल सब्जी बनाने के लिए करते हैं।

आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी में प्रसाद के रुप में काजू बादाम के स्वादिष्ट लड्डू बंटते हैं। जिसके लिए लोग लंबी लाइन लगाते है।

उड़ीसा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर में भोग के लिए छप्पन तरह के व्यंजन चढ़ाए जाते हैं। यहां पेट भरने वाली थाली के बराबर प्रसाद मिलता है। अगर कोई भूखा है तो यहां के प्रसाद से ही पेट भर सकता है।

रत्नागिरी के गणपतिपुले मंदिर में बूंदी, पापड़ और खिचड़ी प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। यहां आने वाले सभी भक्तों को खिचड़ी, पापड़ और बूंदी का ही प्रसाद दिया जाता है।

तमिलनाडू के अलागर कोविल मंदिर में भक्तों को साउथ इंडियन डिश डोसे को प्रसाद के रूप में दिया जाता है। यहां भक्तों को गरमा-गरम सांभर और डोसे का प्रसाद बांटा जाता है।तमिलनाडू के मुरुगन स्वामी मंदिर में हर दिन अलग-अलग तरह के फलों से बना फ्रूट जैम का भोग लगता है और यही प्रसाद के रुप में बांटा जाता है।केरल के वडकुनाथन शिव मंदिर में प्रसाद के रूप में किताबें और एकेडेमिक से जुड़ी चीजें दी जाती हैं।

 

उज्जैन में स्थित काल भैरव मंदिर में भैरव बाबा को शराब का भोग लगाया जाता है। प्रसाद के रूप में बंटने वाली शराब के लिए यहां ज्यादा मात्रा में पुरुष इकट्ठा होते हैं। मध्यप्रदेश के श्री परमहंस मठ में भक्तों को प्रसाद के रुप में कुकीज और बिस्किट्स बांटे जाते हैं।

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