लखनऊ: समाज में किन्नर को तीसरा वर्ग मानते हैं। जब से सृष्टि की रचना हुई है तब से किन्नर मौजूद हैं जिसका उल्लेख पुराणों और पौराणिक कथाओं में भी है। शिव पुराण में जिक्र किया गया है कि सृष्टि के आरंभ में ब्रह्मा जी ने अपनी योग शक्ति से पुरुषों को उत्पन्न किया। ऐसे में ब्रह्मा जी के निवेदन पर भगवान शिव ने अपने शरीर के आधे अंग से एक स्त्री को उत्पन्न किया और शिव अर्धनारीश्वर रूप में प्रकट हुए।
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अर्धनारीश्वर रूप में भगवान शिव न पूर्ण रूप से पुरुष थे और न पूर्ण स्त्री। अर्धनारीश्वर रूप से जहां सृष्टि में स्त्री रूप का सृजन हुआ, वहीं किन्नर की भी परिकल्पना हुई। इसलिए भगवान शिव ही किन्नरों को सृष्टि में लाने वाले हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार बुध ग्रह नपुंसक माना जाता है इसलिए किन्नरों में बुध ग्रह का वास है।
बुध ग्रह का संबंध व्यापार, बुद्धि, सेक्स लाइफ, त्वचा एवं धन से होने कारण बुध ग्रह का एक खास ज्योतिष में खास स्थान है और इसे अनुकूल एवं जागृत बनाने की सलाह दी जाती है। बुधवार का दिन बुध ग्रह से संबंधित है और किन्नर भी बुध से संबंध रखते हैं इसलिए बुधवार के दिन किन्नरों से संबंधित इस उपाय करना फायदेमंद होता है।
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ज्योतिषशास्त्र के अनुसार बुधवार के दिन अगर किन्नर दिख जाए तो उसे बुरा भला कहकर भगाएं नहीं, बल्कि उन्हें कुछ धन देकर जरूर दान करें। अगर किन्नर खुश होकर आपके दिए धन से एक रूपया भी निकालकर आपको वापस दे दें तो उसे अपने पर्स में संभालकर रखें यह आपकी आर्थिक उन्नति के लिए बहुत ही शुभ होता है।
बुधवार के दिन किन्नरों को हरे रंग के वस्त्र का दान में देने से बुध का शुभ प्रभाव बढ़ता है। हरे रंग और किन्नर दोनों ही बुध ग्रह से संबंधित है इसलिए हरे रंग के वस्त्र देना शुभ फलदायी बताया गया है।