लखनऊ: वैसे तो आश्विन की शुक्ल पक्ष की दशमी को दशहरा पर्व मनाया जाता है। ये पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के रुप में मनाते हैं। इस दिन को सर्वसिद्ध मुहूर्त के रूप में जाना जाता है, क्योंकि मां दुर्गा 9 दिन मृत्यु लोक में रहकर अपने लोक लिए प्रस्थान करती हैं। भगवान श्री राम ने इसी दिन रावण का वध भी किया था। इतना ही नहीं नवरात्र के दिन कुबेर ने स्वर्ण की वर्षा करके धरती को धन धान्य से पूर्ण किया था।
वैसे तो हर त्योहार खुशियां ही लेकर आता है, लेकिन आप चाहते हैं कि पूरे साल ये खुशियां बरकरार रहे तो इस दशहरा ये उपाय करें , ताकि आपके जीवन में खुशियों का भंडार भरा रहे।
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शमी की करें पूजा
दशहरा के दिन शमी के वृक्ष की पूजा करें। अगर संभव हो तो इस दिन अपने घर में शमी के पेड़ लगाएं और नियमित दीप दिखाएं। मान्यता है कि दशहरा के दिन कुबेर ने राजा रघु को स्वर्ण मुद्राएं देने के लिए शमी के पत्तों को सोने का बना दिया था। तभी से शमी को सोना देने वाला पेड़ माना जाता है।
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अगर दिखे नीलकंठ दिखे तो मिलेगी खुशियां
दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी का दर्शन बहुत ही शुभ होता है। माना जाता है कि इस दिन यह पक्षी दिखे तो आने वाला साल खुशहाल होता है।
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रावण दहन की राख लाएं घर
रावण दहन के बाद बची हुई लकड़ियां मिल जाए तो उसे घर में लाकर कहीं सुरक्षित रख दें। इससे नकारात्मक शक्तियों का घर में प्रवेश नहीं होता है।
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लाल रंग के रुमाल से मां दुर्गा के चरण पोंछे
दशहरे के दिन लाल रंग के नए कपड़े या रुमाल से मां दुर्गा के चरणों को पोंछ कर इन्हें तिजोरी या अलमारी में रख दें। इससे घर में बरकत बनी रहती है।
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यात्रा करें
दशहरे के दिन देवी यात्रा करती हैं इसलिए इस दिन को यात्रा के लिए शुभ दिन माना जाता है। इस दिन संभव हो तो यात्रा करें भले ही वह छोटी दूरी की हो। इससे आपकी यात्रा में आने वाली बाधाएं दूर होती है। जिन लोगों को विदेश यात्रा की इच्छा है उन्हें यात्रा का योग मजबूत बनाने के लिए यह उपाय आजमाना चाहिए।
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मां के इस मंत्र का करें जाप
दशहरे के दिन सिर पर जयंती रखें और 'ओम जयंती मंगला काली भद्रकाली कपानलिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।। मंत्र का जप करें। इससे आरोग्य सुख की प्राप्ति होती है। जयंती को तिजोरी या अलमारी में रखने से धन धान्य की प्राप्ति और बरकत होती है।