29 से विक्रम संवत नववर्ष का आरंभ, मंगल,बुध, शुक्र और शनि का कैसा रहेगा आपके जीवन में प्रारंभ
लखनऊ: इस साल 29 मार्च 2017 से हिन्दू नववर्ष विक्रम संवत 2074 आरंभ होगा। इसके राजा मंगल (कुछ पंचाग में बुध को और कुछ में शुक्र को राजा बताया गया है) एवं मंत्री गुरु होगा। मंगल राजा एवं मंत्री गुरु के होने से दोनों में घनिष्ठ संबंध होता है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार जानते हैं कैसा रहेगा राशि के अनुसार हिंदूओं का नया साल।
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मेष : राशि स्वामी मंगल है एवं इस साल का राजा भी मंगल ही है। यह साल वित्तीय रूप से ज्यादा फल देने वाला हो सकता है। कार्य की अधिकता होगी एवं राजनीतिक रूप से सफल होंगे। मंत्री गुरु भी राशि स्वामी का मित्र होने से आय के मामले में सफल रहेंगे। कार्य में आ रही बाधाएं समाप्त हो जाएंगी
वृष : आपके लिए इस साल के राजा मंगल एवं मंत्री गुरु दोनों ही अनुकूल नहीं है। शनि का ढय्या भी रहेगा। चिंता ज्यादा रहेगी एवं काम में विलंब हो सकता है। परिवार में समस्याएं हो सकती हैं। विविध प्रकार के काम करने पड़ सकते हैं। आय के मामलों में देरी होगी।
मिथुन: साल का स्वामी मंगल इस राशि के स्वामी का शत्रु है एवं साल का मंत्री गुरु सम होने से समय साधारण रहने की संभावना है। जितना काम करेंगे उतना ही फल प्राप्त होगा। ज्यादा की अपेक्षाएं बेकार जाएंगी। कार्य में निरंतरता नहीं हो पाएंगी। समस्याओं का निदान देरी से होगा। संतान से सुख की प्राप्ति होगी।
कर्क: साल का राजा मंगल मित्र एवं गुरु परम मित्र होने से यह पूरा साल अच्छा रहेगा। साल के मध्य में राहु का प्रवेश राशि में होगा, लेकिन उससे नुकसान होने की संभावना नहीं है। आय के मामलों में भी यह साल अच्छा रहेगा। कार्य समय पर होंगे। साल के अंत में खुश खबर मिलेगी।
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सिंह: साल का राजा मंगल एवं गुरु दोनों मित्र हैं। अत: यह साल श्रेष्ठ रहने की संभावना है। कई प्रकार की तरक्की प्राप्त होगी एवं नए काम भी मिलेंगे। पदवृद्धि के साथ अन्य कई काम सही ढंग से होंगे। आय के मामलों में भी सुधार होगा। सुख प्राप्त होगा।
कन्या: साल का राजा मंगल एवं मंत्री गुरु दोनों ही अनुकूल नहीं हैं, साथ ही शनि का ढय्या होने से परेशानी आ सकती है। कार्य में बाधा आ सकती है। अनावश्यक दिक्कतें ज्यादा आएंगी। संतान सहयोग प्रदान करेगी एवं व्यापार में व्यय की अधिकता होगी।
तुला: साल का स्वामी मंगल एवं मंत्री गुरु दोनों सहयोग करने वाले नहीं होंगे, फिर भी राशि स्वयं के बल पर अच्छा करने में सफल होगी। आय व्यवस्थित होगी एवं नए काम भी मिलेंगे। परिवार से सहयोग प्राप्त होगा। संतान की चिंता रहेगी एवं मित्रों से विवाद हो सकता है।
वृश्चिक: साल का स्वामी मंगल राशि स्वामी है एवं मंत्री गुरु भी मित्र है। यह वर्ष पिछले समय में हुए नुकसान की भरपाई करने वाला होगा। शनि का गोचर कुछ माह (21 जून से 26 अक्टूबर 2017 तक) राशि में रहेगा। इस दौरान में कुछ मामूली सी परेशानियां आ सकती हैं।
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धनु: शनि का गोचर एवं राजा मंगल एवं मंत्री गुरु का राशि स्वामी होने से सफलताएं प्राप्त होंगी। कार्य समय पर होंगे एवं सहयोग प्राप्त भी होगा। अध्यात्म की ओर रुझान होगा। संतान से सुख मिलेगा एवं नए काम की प्राप्ति होगी। नौकरी में उन्नति प्राप्त होगी एवं व्यापार सफल होगा।
मकर: साल का राजा मंगल शत्रु एवं मंत्री गुरु मित्र है। शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। कार्य में देर से सफलता प्राप्त होगी एवं अच्छे लोगों से संपर्क होगा। योजनाएं सफल होंगी एवं व्यापार में तेजी रहेगी। संतान सुख एवं परिवार अनुकूल रहेगा। नौकरी में स्थानांतरण की संभावना बनेगी।
कुंभ: राजा मंगल शत्रु एवं मंत्री गुरु मित्र है। परिवार से वैचारिक मतभेद हो सकता है। आय में सुधार रहेगा एवं नए काम भी मिलेंगे। राजनीतिज्ञों को पद छोड़ना पड़ सकता है। जून से अक्टूबर तक निराशा का भाव ज्यादा हावी रहेगा। व्यापार व्यवस्थित रहेगा।
मीन: साल का राजा मंगल मित्र है एवं मंत्री गुरु राशि स्वामी है। यह साल उत्तम रहेगा। कार्य में सफलता एवं कमाई के मामलों में ज्यादा लाभ होने की संभावना है। सुखद घटनाएं घटित होंगी। सामर्थ्य बढ़ेगा एवं परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। अध्यात्म में रुचि होगी।