एक साथ लगभग 63 मरीज पाए गए HIV पोजिटिव, झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार

जनपद उन्नाव के तीन गांवों में एचआईवी के 63 मरीज सामने आने के बाद से पूरे प्रदेश में हडकंप मचा हुआ है। बड़ी संख्या में एचआईवी पाजिटिव मरीज कानपुर मेडिकल कॉलेज के एआरटी सेंटर पहुँच अपना इलाज करवा रहे हैं।

Update: 2018-02-08 05:37 GMT

कानपुर: जनपद उन्नाव के तीन गांवों में एचआईवी के 63 मरीज सामने आने के बाद से पूरे प्रदेश में हडकंप मचा हुआ है। बड़ी संख्या में एचआईवी पाजिटिव मरीज कानपुर मेडिकल कॉलेज के एआरटी सेंटर पहुँच अपना इलाज करवा रहे हैं।

झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही आई सामने:

- शुरूआती जांच में एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा एक ही निडिल से इन्जेक्शन लगाने की बात सामने आई है।

- पुलिस उस झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है l

- उन्नाव के करीमुद्दीनपुर, प्रेम गंज चकमीरापुर में एचआईवी का संक्रामण किसी महामारी की तरह फैल गया है।

- पिछले एक हफ्ते से यहाँ रोज एचआईवी पाजिटिव के नए मरीज सामने आने से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है।

- मामले का खुलासा पहली बार तीन फरवरी को लगाये गये रक्तदान शिविर में हुआ।

- लगभग 40 मरीजों में से 21 को स्टेज वन और टू का मरीज पाए जाने पर उनको सघन चिकित्सा के लिये जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के एआरटी सेंटर भेजा गया।

- एआरटी सेंटर के डॉक्टर इनका इलाज कर रहे हैं।

- मरीजों से मामले की जानकारी लेते समय पता चला कि वे सभी एक झोला छाप डॉक्टर से इलाज कराते थे और वो उन्हें एक ही सीरिंज से इन्जेक्शन लगाता है।

- यही नहीं, ग्लूकोज चढ़ाने के लिए भी वो एक ही डिप सेट का इस्तेमाल करता था।

- अब तक बड़ी संख्या में एचआईवी मरीज सामने आ चुके हैं।

- चॅूकि सुप्रीम कोर्ट की गाईड लाईन्स हैं कि ऐसे मरीजों की पहचान उजागर ना की जाय, इसलिये स्वास्थ्य विभाग इन्हें किसी से मिलने नहीं दे रहा है।

मेडिकल आॅफीसर एआरटी सेंटर डॉ. प्रेम कुमार निगम के मुताबिक सभी मरीज अलग-अलग उम्र के हैं। उन्हें एचआई वी यौन संबंधों की वजह से नही हुआ है। यह इन्हें इंजेक्शन की वजह से हुआ है।

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