Bahraich News: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा बैठक संपन्न

Bahraich News: मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान 3485 बच्चे दृष्टिबाधित पाये गये। जिनमें से 1855 बच्चों को चश्मे वितरित किये जा चुके हैं। शेष बच्चों को शीघ्र ही चश्मे उपलब्ध कराये जायेंगे।;

Update:2025-01-29 17:36 IST

review meeting of health schemes under chairmanship of DM monika rani Bahraich News in hindi (Photo: Social Media)

Bahraich News: बहराइच में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की बैठक में जिलाधिकारी मोनिका रानी ने मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र के साथ 76वें गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली में सम्मानित हुई ग्राम भैसाही हुजूरपुर निवासी आशा सत्या सिंह को शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।

बैठक में डीएम ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत गोल्डेन कार्ड की अपेक्षित प्रगति न होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा प्रगति में सुधार लाने, सबसे खराब प्रगति वाले ब्लाक के विरूद्ध कार्यवाही करने तथा 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी लाभार्थियों के गोल्डेन कार्ड बनाने में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में अंधता निवारण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि मोतियाबिंद का ऑपरेशन लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 23 प्रतिशत है। उन्होंने कम प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित नोडल अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही करने तथा अपेक्षित सुधार लाने के निर्देश दिए।

मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान 3485 बच्चे दृष्टिबाधित पाये गये। जिनमें से 1855 बच्चों को चश्मे वितरित किये जा चुके हैं। शेष बच्चों को शीघ्र ही चश्मे उपलब्ध कराये जायेंगे। साथ ही बुजुर्गों को चश्मे वितरण के सम्बन्ध में बताया गया कि 1743 के सापेक्ष शत-प्रतिशत बुजुर्गों को चश्मे वितरित किये जा चुके हैं। डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी एवं जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को निर्देशित किया कि दृष्टिबाधित चिन्हित शत-प्रतिशत बच्चों को शीघ्र ही चश्मे उपलब्ध कराये जायें। बायोमेडिकल वेस्ट की समीक्षा में पाया गया कि सरकारी एवं निजी अस्पताल/पैथोलॉजी सेन्टर बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण में ढिलाई बरत रहे हैं।

बायोमेडिकल वेस्ट का समय से निस्तारण न किये जाने से प्रदूषण एवं पशुओं आदि को बीमारी होने का खतरा बना रहता है। उक्त के सम्बन्ध में मुख्य चिकित्साधिकारी एवं उपस्थित चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देशित किया गया कि समस्त सरकारी अस्पतालों एवं निजी पैथोलॉजी सेन्टर, अस्पतालों को सख्त चेतावनी जारी करें कि बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण प्रतिदिन सम्बन्धित फर्म, बायो स्पेक्ट्रम के माध्यम से अवश्य कराया जाये। यदि कहीं भी बायोमेडिकल वेस्ट बाहर जलता हुआ अथवा कूड़े में फेंका हुआ पाया गया तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान पीपीआईयूसीडी में जिला महिला चिकित्सालय की प्रगति अत्यंत न्यून पाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित नोडल अधिकारी को चेतावनी पत्र जारी करने तथा प्रगति में सुधार लाने के निर्देश दिए गए। साथ ही निरंतर समीक्षा करते हुए परिवार नियोजन कार्यक्रम में अपेक्षित सुधार लाने के निर्देश दिए गए।

क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जनवरी से संचालित 100 दिवसीय टीबी रोगी खोज अभियान की समीक्षा में उपस्थित चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए गए कि लक्ष्य के अनुरूप अधिक से अधिक संभावित टीबी रोगियों की जांच बलगम/टो-नोट/एक्स-रे के माध्यम से करें तथा समय से निक्षय पोर्टल पर रिपोर्ट अपलोड करें। साथ ही जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों के माध्यम से टीबी रोगियों को गोद दिलवाएं तथा निक्षय मित्र पोर्टल पर सूचना अपलोड करें। अभियान के दौरान विशेश्वरगंज सीएचसी द्वारा मात्र 19 टीबी मरीजों की पहचान किये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने निर्देश दिये कि संभावित मरीजों की समुचित जांच की जाये, जिससे अधिक से अधिक मरीजों की पहचान हो सके। डीएम ने उपस्थित अधीक्षकों को निर्देश दिये कि प्रत्येक सीएचसी पर रोस्टर के आधार पर कर्मियों द्वारा साफ-सफाई की व्यवस्था की जाये।

कम्बल, चादर, पेयजल, आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। साथ ही सभी लाभार्थियों आशा आदि का मानदेय नियमानुसार समय से उनके खातों में भेजा जाये। निरीक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या वित्तीय अनियमितता पायी गयी तो सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। नियमित टीकाकरण की समीक्षा में पाया गया कि पूर्ण प्रतिरक्षित बच्चों की संख्या का प्रतिशत 81 प्रतिशत है, जबकि राज्य स्तर पर यह 83 प्रतिशत है। डीएम ने निर्देश दिये कि नियमित समीक्षा करते हुए शत-प्रतिशत बच्चों का पूर्ण प्रतिरक्षण कराया जाये तथा टीकाकरण सत्रों पर सभी आवश्यक लॉजिस्टिक्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।

जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण में अच्छी प्रगति पाये जाने पर सम्बन्धित नोडल अधिकारी मुर्शफ अली (सहायक शोध अधिकारी) की प्रशंसा की तथा प्रगति में निरन्तर सुधार किया जाये। 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के आयोजन के सम्बन्ध में उपस्थित समस्त विभिन्न अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर 10 फरवरी को 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के शत-प्रतिशत बच्चों को कृमि मुक्ति की दवा एल्बेण्डाजोल खिलाई जाये। छूटे हुए बच्चों को 14 फरवरी 2025 को मॉप-अप राउण्ड के दौरान दवा खिलाई जाये। सीएमओ ने निर्देश दिये कि दवा, रिपोर्टिंग प्रपत्र एवं आईसी समय से उपलब्ध कराते हुए कार्यक्रम में लगे सभी कार्मिकों का प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाये।

Tags:    

Similar News