BBAU के प्रोफेसर विपिन सक्सेना घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, प्रवेश परीक्षाओं को किया रद्द
लखनऊ: संविदा शिक्षक से 50,000 रुपए की रिश्वत लेने के लिए सीबीआई ने अंबेडकर यूनिवर्सिटी की इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक को गिरफ्तार किया है। विपिन सक्सेना और उनके कार्यालय सहायक विजय द्विवेदी ने यूनिवर्सिटी के साथ अपने अनुबंध का विस्तार करने के लिए 28 संविदागत शिक्षकों से पैसे की मांग की। दोनों को रंगे हाथों से गिरफ्तार किया गया था।
सीबीआई द्वारा बीबीएयू के प्रोफेसर विपिन सक्सेना को हिरासत में लेने के चलते इस यूनिवर्सिटी की सभी प्रवेश परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। विपिन सक्सेना के हाथ में प्रवेश परीक्षाओ की जिम्मेदारी थी।
शिक्षकों से की 50,000 की मांग
कंप्यूटर साइंस विभाग के डीन और प्रोफेसर इंचार्ज रिक्रूटमेंट सेल प्रो. विपिन सक्सेना ही इन शिक्षकों की संविदा बढ़ाने के लिए अधिकृत हैं। उन पर आरोप है कि उनके ऑफिस असिस्टेंट विजय द्विवेदी के माध्यम से वे शिक्षकों से संविदा बढ़ाने के नाम पर प्रति शिक्षक की 50 हजार रुपए मांग कर रहे थे। दरअसल, बीबीएयू में 28 संविदा शिक्षकों का कार्यकाल 31 मई को समाप्त हो गया था। सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच को इस मामले की जांच दी गई।
अधिक जानकारी के लिए आगे की स्लाइड्स में जाएं...
क्या कहना है सीबीआई ने?
सीबीआई के एसपी प्रणव कुमार ने कहा कि शुक्रवार (3 जून) को सीबीआई की टीम ने ऑफिस असिस्टेंट विजय द्विवेदी को 50,000 रुपए की घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
-ऑफिस असिस्टेंट ने बताया कि वह यह पैसा प्रोफेसर विपिन सक्सेना के कहने पर ले रहा है।
-इसके बाद सीबीआई ने प्रोफेसर विपिन सक्सेना को भी गिरफ्तार कर लिया।
-सीबीआई ने दोनों के खिलाफ केस रजिस्टर्ड कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
इस पर क्या कहा वीसी ने?
-वहीं, बीबीएयू के कुलपति प्रो. आरसी सोबती ने कहा कि प्रोफेसर व असिस्टेंट को कौन ले गया है इसकी जानकारी नहीं है।
-प्रोफेसर विपिन सक्सेना के खिलाफ किसी भी शिक्षक ने कोई शिकायत नहीं दी थी। इस मामले की जांच करवा रहे हैं।
-वीसी ने कहा कि जल्द ही इस मामले में फैसला होगा।
अधिक जानकारी के लिए आगे की स्लाइड्स में जाएं...
सबूत जुटाने में लगी सीबीआई
-बता दें, सीबीआई की टीम देर रात प्रोफेसर विपिन सक्सेना और विजय द्विवेदी को लेकर बीबीएयू पहुंची।
-यूनिवर्सिटी पर सीबीआई की टीम दोनों से एक बंद कमरे में पूछताछ की।
-सीबीआई ने यहां से कुछ जरूरी कागजात भी अपने कब्जे में लिए हैं।
-दोनों को यूनिवर्सिटी लाने से कैंपस में खलबली मच गई है।
-सीबीआई को इन दोनों से संविदा शिक्षकों की संविदा अवधि बढ़ाने के नाम पर 50-50 हजार रुपए की घूस लेने के मामले में कई अहम जानकारियां मिली हैं।
-इसी जानकारी के आधार पर सीबीआई के रडार पर 2-3 शिक्षक व कर्मचारी और आ गए।
-सीबीआई इनके खिलाफ सबूत जुटाने में लगी है।
-सबूत हाथ लगते ही इनके खिलाफ भी सीबीआई कार्रवाई कर सकती है।