लखनऊ: डॉ भीमराव अंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी फिर विवादों में घिरता दिख रहा है। यहां पर नियुक्ति को लेकर अनुसूचित जाति आयोग की जांच के बाद अब बीजेपी सांसद साध्वी सावित्री बाई फूले ने एक बार फिर यूनिवर्सिटी कुलपति पर कई गंभीर आरोप लगाये है। साध्वी ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि यहां के कुलपति नियुक्तियों में लगातार धांधली कर रहे है और विरोध पर मुझे जबरन कमेटी की बैठक से बाहर भेज दिया गया।
सांसद फूले ने कहा कि युनिवर्सिटी में भ्रष्टाचार का बोल-बाला है। उन्होंने कहा कि हाल ही में कुलपति प्रो. आरसी सोबती के ख़ास प्रोफ़ेसर विपिन सक्सेना और उनके सहायक को सीबीआई ने घूसखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था, जिसमे कुलपति की भी भूमिका संदिग्ध थी। इसके बावजूद वहां नियुक्तियां लगातार जारी है।
साध्वी ने कहा कि यूनिवर्सिटी में नियुक्तियों की जांच हो रही है और इस मामले में एक प्रोफ़ेसर को सीबीआई गिरफ्तार भी कर चुकी है, उसके बावजूद कुलपति ने नियम विरूद्ध नई नियुक्तियों का लिफाफा खोल दिया। यही नहीं कोर्ट के आदेश के बावजूद मुझे भी कमेटी की बैठक से जबरदस्ती बाहर भेज दिया गया। फूले ने यूनिवर्सिटी के कुलपति आरसी सोबती पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि अनुसूचित जाति के छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
सांसद ने कहा कि मैं आज के प्रकरण को कोर्ट तक लेकर जाऊंगी और कुलपति के खिलाफ अवमानना का केस करूंगी। वहीँ यूनिवर्सिटी में हो रही धांधली और कुलपति के प्रोटोकॉल फॉलो न करने का मुद्दा लोकसभा में उठाउंगी।