राम मंदिर पर बड़ा ऐलान: इस दिन पीएम करेंगे शिलापूजन
कई वर्षो तक देश की राजनीति का केन्द्र रहे श्रीरामजन्मभूमि मंदिर विवाद का समाधान होने के बाद अब मंदिर निर्माण शुरू होने को लेकर चल रही कयासबाजी पर आगामी 18 जुलाई को विराम लग सकता है।
अयोध्या: कई वर्षो तक देश की राजनीति का केन्द्र रहे श्रीरामजन्मभूमि मंदिर विवाद का समाधान होने के बाद अब मंदिर निर्माण शुरू होने को लेकर चल रही कयासबाजी पर आगामी 18 जुलाई को विराम लग सकता है। इस दिन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक का आयोजन अयोध्या में किया जा रहा है जिसमें मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की तारीख का एलान हो सकता है।
अभी दो दिन पहले ही मंदिर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए पत्र भेजा
अभी दो दिन पहले ही मंदिर निर्माण कार्य के शिलान्यास के लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उन्हे निमंत्रण भेजा है। महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा, हमने पीएम मोदी को पत्र लिखकर अयोध्या आने और राम मंदिर की निर्माण की गतिविधियों का उद्घाटन करने का अनुरोध किया है। नृत्यगोपाल दास ने कहा कि संत नहीं चाहते हैं कि राम मंदिर का भूमि पूजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या वर्चुअल तरीके से हो. संत चाहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी खुद कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अयोध्या आएं।
वहीं दूसरी तरफ मंदिर मॉडल के आर्किटेक्ट आशीष सोनपुरा आज अयोध्या पहुंचे। जहां उन्होंने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों और निर्माण करने वाली कंपनी के अधिकारियों से की बात। इस दौरान उन्होनें राम जन्मभूमि पर कार्यशाला में रखे पत्थरों की सफाई के कार्य का का भी निरीक्षण किया।
यहां यह बताना जरूरी है कि आर्किटेक्ट आशीष सोनपुरा राम मंदिर मॉडल के आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोनपुरा के पुत्र हैं। चंद्रकांत सोमपुरा के स्वस्थ होने के कारण आशीष ही उनका कार्य भार देख रहे हैं। राम मंदिर तैयारियों का निरीक्षण करने के बाद आशीष सोमपुरा ने कहा कि मंदिर के नींव का काम काम होने में 2 से 3 महीने का वक्त लगेगा। वही दूसरी तरफ कार्यशाला में रखे पत्थरों को बेहतर तरीके से साफ करने का काम चल रहा है।
भारत-चीन विवाद की वजह से रुका मंदिर कार्य
पहले शिलापूजन को लेकर दो जुलाई की तिथि पर कयास लगाए जा रहे थें लेकिन इस बीच चीन के सीमा पर किए गए हमले के चलते इस तिथि पर कोई चर्चा ही नहीं हो पाई। वहीं प्रधानमंत्री मोदी के अन्र्तराष्ट्रीय मसलों पर व्यस्त होने के कारण मंदिर निर्माण की तिथि पर कोई अंतिम मुहर नही लग पाई थी।
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मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन की तैयारियों से जुड़े लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम की अभी कोई अधिकृत तिथि तय नहीं हैं लेकिन 18 जुलाई को होने वाली बैठक में किसी विशेष तिथि पर फैसला हो सकताा है।
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