यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर केन्द्रीय हाईकमान की हुई बड़ी बैठक
पश्चिम बंगाल चुनाव में मिली हार के बाद यूपी के हालातों पर पैनी नजर रखने की रणनीति पर हुई चर्चा
लखनऊ। देश के सबसे बडे़ सूबे उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा हाईकमान अभी से चिंतित है। पश्चिम बंगाल चुनाव में मिली हार के बाद यूपी के हालातों को पैनी नजर रखते हुए रणनीति बनाने का काम अभी से शुरू हो गया है। रविवार देर शाम तक चली एक बडी बैठक में यूपी के अच्छे बुरे हालातों पर चर्चा की गयी। खास बात यह रही कि इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जय प्रकाश नढ्ढा, संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले के अलावा प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल भी उपस्थिति रहे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक में पंचायत चुनाव के परिणामों पर चर्चा होने के साथ कोरोना के दौरान उत्तर प्रदेश के बदले हालातों पर विशेष चर्चा की गयी। बैठक में पदाधिकारियों ने माना कि संगठन और सरकार में कहीं न कहीं तालमेल की कमी के कारण ही पंचायत चुनाव में अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकी। इसके अलावा पार्टी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की भी बात सामने आई। कहा गया कि विधानसभा चुनाव के पहले पार्टी कार्यकर्ताओं में आत्मविश्वास भरने तथा स्फूर्ति के लिए पार्टी में नई रणनीति बनाए जाने की जरूरत हैं ।
पार्टी सूत्रों ने यह भी बताया कि बैठक में कहा गया कि अगले साल की शुरू में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले नेताओं को यूपी में अधिक से अधिक प्रवास की जरूरत है जिससे कार्यकर्ताओं में आत्मविश्वास पैदा किया जा सके। इस बात पर भी चर्चा हुई कि चुनाव के पहले योगी कैबिनेट में एक और फेरबदल किए जाने की जरूरत है जिससे संगठन में काम कर रहे पदाधिकारियों को सरकार में और सरकार में काम कर रहे मंत्रियों को संगठन में एडजस्ट किया जा सके। इससे पहले मार्च में भी पार्टी अध्यक्ष जेपी नढ्ढा के यूपी दौरे के समय मंत्रिमंडल विस्तार होना था पर कोरोना के आने से सरकार और संगठन इस महामारी से निबटने में लग गया जिसके कारण मंत्रिमंडल का फेरबदल टल गया था।