गाजियाबाद/नोएडाः ब्रजपाल तेवतिया की हालत गंभीर है। फोर्टिस अस्पताल के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर वैभव मिश्रा ने बताया कि उनके शरीर में मल्टीपल इंजरी हुई है। ऐसे में शनिवार को एक ऑपरेशन किया जाएगा। फिलहाल 48 घंटों तक कुछ नहीं कहा जा सकता। तेवतिया को सघन आईसीयू में रखा गया है ताकि इंफेक्शन का खतरा न हो।
छह में से एक गोली मिली
गुरुवार देर शाम ब्रजपाल तेवतिया पर एके-47 से हमला किया गया था। उनके शरीर में छह जगह गोली के निशान हैं। जिसमें पांच गोलियां शरीर के पार जा चुकी थी, जबकि एक गोली शरीर में ही मिली जिसे निकाला दिया गया है। गोली लगने की वजह से कई जगह मल्टीपल इंजरी हुई है। लिहाजा उस इंजरी को दूर करने के लिए ऑपरेशन किए जा रहे हैं। डॉक्टर वैभव मिश्रा ने बताया जब उन्हें यहां लाया गया था। उस दौरान काफी खून बह चुका था। फिलहाल अगले 48 गहनते इनके लिए अहम हैं।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता बृजपाल तेवतिया का हाल जानने यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या शुक्रवार दोपहर हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से तेवतिया के बारे में जानकारी ली। मौर्या ने तेवतिया के परिवार से मुलाकात की और सांत्वना दिया।
क्या था मामला ?
गौरतलब है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता बृजपाल तेवतिया पर गुरुवार रात बदमाशों ने जानलेवा हमला किया था। उनके शरीर में छह गोलियां लगी थीं। इलाज के लिए इन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका अब तक तीन ऑपरेशन हो चुका है। तेवतिया की हालत स्थिर बताई जा रही है। इस हमले में उनके दो गनर्स भी गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना की जानकारी मिलते ही केंद्रीय मंत्री वीके सिंह हॉस्पिटल पहुंचे हैं। इस वारदात में यूज की गई दो गाड़ियों को तक पुलिस पहुंच गई है। गाड़ी के आधार पर कई लोगों को कस्टडी में लिया गया है जिनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के हाथ लगी गाड़ी-असलहा
-पुलिस के हाथ हमले में उपयोग की गई एक सफ़ेद रंग की फार्च्यूनर गाड़ी लगी है।
-घटना के वक्त इस गाड़ी पर जो नंबर प्लेट लगा था वो UK08M6666 था। जो पुलिस जांच में फर्जी निकला।
-इस फार्च्यूनर गाड़ी का वास्तविक नंबर HR 26AZ5151 है। जो एक प्राइवेट कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है।
-वहीं घटना में इस्तेमाल दूसरी गाड़ी स्विफ्ट कार है। यह हरिद्वार से बरामद हुई है।
-इसकी तलाशी की गई तो अंदर एक कार्बाइन भी मिली है।
-इस गाड़ी में हरिद्वार की फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थी।
-पुलिस गाड़ी की चेचिस से असली मालिक तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
क्या कहा एडीजी एलओ ने
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने कहा है कि एक फार्च्यूनर गाड़ी बरामद की गई इसमें एक कार्बाइन मिली है। इससे पहले एक एके 47 मिली थी। घटना के बारे में इलाके के लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है। तेवतिया पर हमले के मामले में राजनीतिक रंजिश समेत कई एंगल से जांच की जा रही है। मामले की जांच में एसटीएफ समेत और भी एजेंसियों की मदद ली जा सकती है। तेवतिया का तीसरा ऑपरेशन भी हो गया है, फिलहाल उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
जल्द जारी होगा मेडिकल बुलेटिन
गंभीर हालत को देखते हुए परिजनों को मिलने के लिए सुबह ग्यारह बजे का समय तय किया गया था। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसके बाद ही मेडिकल बुलेटिन जारी किया जाएगा। गनर अशोक की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है जबकि राजपाल की स्थिति बेहद नाजुक है। राजपाल उनका प्राइवेट गनर है।
वीके सिंह ने की मुलाकात
-सुबह करीब साढ़े सात बजे जनरल वीके सिंह तेवतिया से मिलने हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने बताया कि अभी स्थिति काफी नाजुक है।
-वहीं, एके-47 के सवाल पर उन्होंने पुलिस जांच का हवाला दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पुलिस व अन्ंय एजेंसियां अपनी जांच कर रही है।
-मामले की जांच के लिए कुछ ही देर में एडीजे (एलओ) फोर्टिस अस्पताल पहुंच रहे हैं।
-वह यहां तेवतिया से मिलेंगे। इसके बाद मौका मुआयना कर जांच को आगे बढ़ाएंगे।
अब तक कौन कौन पहुंचा
देर रात से अब तक केंद्रीय मंत्री डाक्टर महेश शर्मा, पंकज सिंह, विमला बाथम, जनरल वीके सिंह, गाजियाबाद डीएम निधि केसरवानी, गौतमबुदध नगर डीएम एनपी सिंह पहुंचे हैं।
राजधानी दिल्ली के करीब गाजियाबाद में गुरुवार शाम सात बजकर 20 मिनट पर गाजियाबाद के मुरादनगर के पास बदमाशों ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के करीबी बृजपाल तेवतिया पर एके-47 से फायरिंग की। तेवतिया को 6 गोलियां लगीं। उनके साथ स्कॉर्पियो में सवार 6 और लोग भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बदमाश दो फॉर्च्युनर में सवार होकर आए थे और हमले के बाद भाग निकले। एसएसपी केएस इम्यैनुएल के मुताबिक बदमाशों की लोकेशन एसआरएम यूनिवर्सिटी के पास मिली है। मौके से एक एके-47 और दो नाइन एमएम पिस्टल बरामद की गई हैं।
यूपी में काफी समय बाद एके-47 से हुई वारदात
यूपी में काफी अर्से बाद एके-47 से वारदात की गई। इससे पुलिस और प्रशासन समेत शासन में भी हड़कंप मच गया। तुरंत ही लखनऊ से एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह चौधरी गाजियाबाद पहुंचे। डीजीपी जावीद अहमद को भी गाजियाबाद जाने का निर्देश दिया गया।
बृजपाल तेवतिया को गंभीर हालत में नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया। घटना की जानकारी मिलते ही केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह और केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा फोर्टिस पहुंचे। तेवतिया को राजनाथ का करीबी माना जाता है।
हिस्ट्रीशीटर की पत्नी को पुलिस ने कस्टडी में लिया
-हिस्ट्रीशीटर राकेश हसनपुरिया का पुलिस ने एनकाउंटर किया था।
-गाजियाबाद में खबर फैली थी कि तेवतिया ने इसकी मुखबिरी की थी।
-फिलहाल पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर राकेश की पत्नी को कस्टडी में लिया है।
-उससे पूछताछ की जा रही है।
-इसके अलावा शेखर चौधरी और मनोज फौजी को भी हिरासत में लिया गया है।
-शेखर रजापुर और मनोज महरौली का रहने वाला है।
-पुलिस के मुताबिक रेकी के बाद वारदात को अंजाम दिया गया।
पुलिस ने की चूक
-घटना के बाद पुलिस बदमाशों को ट्रेस नहीं कर पाई।
-इलाके में नाकेबंदी के बाद भी बदमाशों की कोई लोकेशन पुलिस के पास नहीं है।
-वारदात को अंजाम देकर आसानी से बदमाश निकल गए।
कैसे हुई वारदात
पुलिस के मुताबिक बृजपाल तेवतिया अपने गनर इंद्रपाल और चार अन्य लोगों के साथ मुरादनगर के रावली रोड से होकर कहीं जा रहे थे। उसी वक्त दो फॉर्च्युनर में सवार बदमाश आए और उन्होंने स्कॉर्पियो रुकवा ली। इसके बाद उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। तेवतिया को बदमाश हर हाल में खत्म करना चाहते थे, ये इसी से पता चलता है कि उनकी स्कॉर्पियो की विंड स्क्रीन पर 28 गोलियों के निशान मिले हैं। बोनट पर भी पांच गोलियां लगीं। तेवतिया गुरुवार को बीजेपी के विशाल प्रदर्शन में मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक उनके बारे में पूरी जानकारी हासिल करने के बाद बदमाशों ने वारदात की।
सपा एमएलसी के घर के पास हुई घटना
मुरादनगर के रावली रोड पर जहां बृजपाल तेवतिया पर फायरिंग की गई, उसके पास ही सपा के एमएलसी आशु मलिक का भी घर है। फायरिंग की आवाज सुनकर आशु मलिक भी मौके पर पहुंचे। एसएसपी उस दौरान मोदीनगर की तरफ गए हुए थे। जानकारी मिलने के बाद वह, आईजी और डीआईजी भी घटनास्थल पर गए और बदमाशों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू कराया।
2012 में लड़े थे चुनाव
बृजपाल तेवतिया गाजियाबाद की मुरादनगर विधानसभा सीट से 2012 में चुनाव लड़ चुके थे। इस बार भी मुरादनगर से उन्हें टिकट मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी। वह लगातार अपने इलाके में लोगों के साथ बैठक कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इसी तरह की एक बैठक से वह लौट रहे थे।