भाई दूज स्पेशल: भाइयों को तिलक लगाकर बहनों ने दिया आशीर्वाद, जानें क्या है खास

दीपावली व डाला छठ पूजा के बीच में एक ऐसा त्योहार आता है जिसका इंतजार भाई-बहनों को बेसब्री से रहता है। दीपावली में लक्ष्मीपूजन के दो दिन बाद भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। आज (21 अक्टूबर) भाई दूज है। रक्षाबंधन के बाद यह एक ऐसा त्योहार है जो भाई-बहन के

Update:2017-10-21 12:10 IST

लखनऊ: दीपावली व डाला छठ पूजा के बीच में एक ऐसा त्योहार आता है जिसका इंतजार भाई-बहनों को बेसब्री से रहता है। दीपावली में लक्ष्मीपूजन के दो दिन बाद भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। आज (21 अक्टूबर) भाई दूज है। रक्षाबंधन के बाद यह एक ऐसा त्योहार है जो भाई-बहन के परस्पर प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपनी भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना करती हैं। आज का दिन बहन और भाई के रिश्ते की एक अलग कहानी कहता है।

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भाई को तिलक लगाकर देती है आशीर्वाद

- भाई दूज पर बहनें अपनी भाइयों को रोली एवं अक्षत का टीका लगाकर उनको आशीर्वाद देती हैं।

- यह परम्परा पुराने समय से चली आ रही है। रक्षाबंधन के बाद भाई दूज ही एक ऐसा खुशनुमा पल होता है जब भाई- बहनों के प्रेम की अनोखी छठा देखने को मिलती है।

यमुना नदी में स्नान का विशेष महत्व

आज के दिन ऐसा माना जाता है कि अगर भाई- बहन एक साथ मिलकर यमुना नदी में स्नान करते हैं तो उनको मुक्ति की प्राप्ति होती है। इसलिए भाई दूज के दिन यमुना नदी के तट के किनारे काफी संख्या में भाई- बहन स्नान के लिए उमड़ते हैं।

दूर-दूर से आते हैं बहनों के पास

भाई दूज के दिन दूर-दराज से भाई अपनी बहनों से मिलने जाते हैं। इस मौके पर बहनें भी अपने भाई के लिए विशेष जलपान का इंतजाम करती हैं। पूजा के बाद बहन-भाई मिलकर प्रसाद ग्रहण करते हैं।

बिहार में बजरी खिलातीं हैं भाईयों को

भाई दूज के दिन बिहार में बहनें अपनी भाईयों को बजारी खिलाती हैं। बजरी खिलाने के पीछे बहनों का मानना है कि उनके भाई मजबूत होते हैं।

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