बुंदेलखंड में अब बाढ़ का खतरा, कई नदियां खतरे के निशान के पास

ललितपुर की जामनी नदी उफान पर चल रही है। यहां छपरट पुल पर चार फीट पानी ऊपर चल रहा है। गोविन्द सागर बांध खतरे के निशान तक पहुंच गया है। मुख्यालय और ग्रामीण इलाकों का सम्पर्क कट गया है। गांव टापू जैसे नजर आने लगे हैं। महरौनी के सौजना मार्ग पर पाली बन्दरा, बानपुर मार्ग पर पुतली घाट और महरौनी-टीकमगढ़ मार्ग पर जमड़ार नदी में उफान के कारण यातायात प्रभावित हुआ है।

Update:2016-08-19 17:41 IST

झांसी: अभी तक सूखे से जूझ रहे बुन्देलखण्ड में अब मूसराधार बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। पूरे बुंदेलखंड में नदियां उफन कर खतरे के निशान पर पहुंच गई हैं। हाल यह है कि कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं। प्रशासन ने कई स्थानों पर अलर्ट जारी कर इलाके खाली कराने शुरू कर दिए हैं।

अलर्ट जारी

-गुरुवार शाम से झांसी समेत बुन्देलखण्ड के अधिकांश इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है। इससे बाढ़ ग्रस्त इलाकों में जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

बह रहा है।

-तराई वाले इलाकों में पानी भर गया है। कई घर ढह गये है। शहरी इलाकों और कस्बों में भी नालों की सफाई न होने के कारण पानी घरों में भर गया है।

-ललितपुर की महरौनी तहसील में बारिश के कारण जामनी नदी उफान पर चल रही है। यहां छपरट पुल पर चार फीट पानी ऊपर चल रहा है। गोविन्द सागर बांध खतरे के निशान तक पहुंच गया है।

-यहां मुख्यालय और ग्रामीण इलाकों का सम्पर्क कट गया है। यातायात व्यवस्था ठप्प हो गई और गांव टापू जैसे नजर आने लगे हैं।

-महरौनी के सौजना मार्ग पर पाली बन्दरा, बानपुर मार्ग पर पुतली घाट और महरौनी-टीकमगढ़ मार्ग पर जमड़ार नदी में उफान के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई।

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