CM Yogi का फरमान-सभी मंत्री, अधिकारी तीन माह के अंदर घोषित करें अपनी चल-अचल सम्पति
CM Yogi का फरमान: परियोजनाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता को सुनिश्चित कराएं। आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में हम सभी को अंत्योदय के संकल्प को पूरा करने के लिए प्राण-प्रण से जुटना होगा।
CM Yogi का फरमान: शुचिता और पारदर्शिता के वादे के साथ प्रदेश की सत्ता पर दोबारा काबिज हुई योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली एक बार फिर उसी रस्ते पर बढ़ रही है। इसी भावना के अनुरूप शपथ लेने के अगले तीन माह की अवधि के भीतर सभी मंत्री अपने और अपने परिवार के सदस्यों की समस्त चल-अचल संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा कही गई थी।
सभी मंत्री अपनी चल अचल सम्पति की घोषणा करे
आज एक बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोहराया कि सभी मंत्री अपनी चल अचल सम्पति की घोषणा करे। इसके साथ ही प्रशसनिक अधिकारियों से भी कहा गया है कि सभी आईएएस एवं पीसीएस को अपनी व परिवार के सदस्यों की समस्त चल एवं अचल संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करके उसे ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध कराये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मंत्री यह सुनिश्चित करें कि शासकीय कार्यों में उनके पारिवारिक सदस्यों का कोई हस्तक्षेप नहीं हो।
कार्ययोजना को यथार्थ रूप देने का समय
उन्होंने कहा कि विगत 5 वर्ष में विभाग की उपलब्धियों के परिचय के साथ आगामी 100 दिन, 6 माह, एक वर्ष, 2 वर्ष और 05 वर्ष की कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण संपन्न हो चुका है। अब इस कार्ययोजना को यथार्थ रूप देने का समय है। सभी मंत्री विभागीय अधिकारियों का मार्गदर्शन करें। परियोजनाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता को सुनिश्चित कराएं। आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में हम सभी को अंत्योदय के संकल्प को पूरा करने के लिए प्राण-प्रण से जुटना होगा।
सरकार गठन के एक माह पूरे
उन्होंने कहा कि सरकार गठन के एक माह पूरे हो चुके हैं। हमारी भावी कार्ययोजना तैयार हो चुकी है।अब "सरकार जनता के द्वार" पहुंचेगी। आगामी विधानसभा सत्र से पूर्व मंत्रिपरिषद के प्रदेश भ्रमण का कार्य पूरा कर लेना होगा। इस संबंध में 18 मंत्री समूह गठित किए गए हैं। उपमुख्यमंत्री गणों की टीम में एक-एक राज्य मंत्री सम्मिलित हैं, शेष तीन सदस्यीय मंत्री समूह गठित किए गए हैं। यह 18 समूह 18 मंडलों का भ्रमण करेगी। भ्रमण का यह कार्यक्रम शुक्रवार से रविवार तक होगा। पहले चरण में प्रदेश भ्रमण करने के बाद मंत्री समूहों का रोटेशन प्रणाली के तहत दूसरे मंडलों की जिम्मेदारी दी जाएगी।
हर टीम को एक जनपद में कम से कम 24 घंटे रहना होगा
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीन दिवसीय मंडलीय भ्रमण के दौरान हर टीम को एक जनपद में कम से कम 24 घंटे रहना होगा। टीम का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ मंत्री कम से कम दो जिलों का भ्रमण करें। शेष मंत्री गणों को सुविधानुसार एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी जाए।
सीधा जनता से संवाद करें
उन्होंने कहा कि भ्रमण के दौरान जन चौपाल का कार्यक्रम अवश्य करें। सीधा जनता से संवाद करें। किसी एक विकास खंड/तहसील के औचक निरीक्षण करे। दलित/मलिन बस्ती में सहभोज का कार्यक्रम रखें। विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करें। गुणवत्ता की परख करें। शासन की लोक कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से भेंट करें। कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए महिला सुरक्षा के मामलों, एससी एसटी के प्रकरणों में अभियोजन की स्थिति, पुलिस पेट्रोलिंग, बाल यौन अपराधों, व्यापरियों की समस्याओं, गैंगस्टर पर कार्रवाई आदि का पूरा विवरण देखें। मंत्री समूहों के हर सदस्य को रात्रि विश्राम किसी जिले में ही करना होगा। रात्रि विश्राम सरकारी अतिथि गृह में ही करना सुनिश्चित करें।
योगी ने कहा कि हर टीम अपनी भ्रमण रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष प्रस्तुत करेगी। मंत्रिपरिषद की बैठक में मंत्री समूह की आकलन रिपोर्ट पर चर्चा होगी।
विगत 5 वर्ष में टीम यूपी ने जन अपेक्षाओं के अनुरूप विकास और सुशासन का मॉडल प्रस्तुत किया है। अब हमारी प्रतिस्पर्धा हमसे ही है। हमें जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप आचरण करते हुए प्रदेश के समग्र विकास के लिए कार्य करना होगा।
दूसरे राज्यों के दौरे पर जाने वाले मंत्रीगण/अधिकारीगण वापस लौटने के उपरांत अपने अनुभवों के बारे में मंत्रिपरिषद के समक्ष अपनी प्रस्तुति देगा। योगी ने सुझाव दिया कि सभी मंत्री को सोमवार व मंगलवार को अनिवार्य रूप से राजधानी में रहना होगा। शुक्रवार से रविवार तक अपने निर्वाचन क्षेत्रप्रभार के जिलों में जनता के बीच रहने का कार्यक्रम बनाएं।