लखनऊ: चुनाव करीब आने पर राज्य विद्युत नियामक आयोग ने घरेलू व कृषि की बिजली दरों में कोई इजाफा नहीं किया है। वहीं छोटे और मझोले उद्योगों पर चुनावी वर्ष में करंट का झटका लगा है। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने वर्ष 2016-17 के लिए नई बिजली दरें घोषित कर दी हैं। कॉमर्शियल बिजली की दरों में 7.24 फीसदी की वृद्धि हुई है। आयोग के चेयरमैन देश दीपक वर्मा ने पत्रकार वार्ता में नई विद्युत दरों की घोषणा की। नई बिजली दरों के 10 अगस्त तक लागू होने की संभावना है। चुनावी साल में किसानों व घरेलू उपभोक्ताओं को मिलने वाली बिजली दरों में बढ़ोतरी नहीं की गई।
-कॉमर्शियल बिजली की दरों में 7.24 फीसदी की वृद्धि हुई है।
-लघु एवं मध्यम उद्योगों की बिजली दरें 3.99 फीसदी बढ़ा दी गई हैं।
-किसानों व घरेलू उपभोक्ताओं पर कोई भार नहीं।
-आयोग ने दावा किया है कि पिछले 5 सालों में इस बार सबसे कम वृद्धि की गई है।
बुंदुलखंड के किसानों को मिली राहत
सूखे की मार झेल रहे बुंदेलखंड में किसानों को राहत दी गई है। उनके निजी ट्यूबवेल पर हर माह लगने वाला किराया 160 के स्थान पर 100 रुपए कर दिया गया है।