अब घर बैठे मिलेगा इलाज, शनिवार से मेडिकल काॅलेजों में ई-ओपीडी होगी शुरू
आगामी शनिवार से प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में ई-ओपीडी (E-OPD) की व्यवस्था लागू की जा रही है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सरकार कोरोना वायरस (Corona Virus) के अलावा अन्य बीमारियों के इलाज के लिए अब नई व्यवस्था करने जा रही है। ऐसे सभी जरूरतमन्द रोगियों के लिए एम्बुलेंस की उपलब्धता के साथ ही आगामी शनिवार से प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में ई-ओपीडी (E-OPD) की व्यवस्था लागू की जा रही है। इसके अलावा उन्होंने प्रत्येक पुलिस लाइन तथा पीएसी अस्पताल में दो ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर (Oxygen Concentrator) उपलब्ध कराने को कहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अधिकारियों की बैठक में कहा कि ऑक्सीजन आडिट की रिपोर्ट के आधार पर ऑक्सीजन की अधिकतम उपयोगिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने ऑक्सीजन टैंकरों की संख्या में वृद्धि किये जाने पर बल देते हुए कहा कि क्रायोजेनिक टैंकरों के सम्बन्ध में ग्लोबल टेण्डर जारी करने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ायी जाए।
ऐसे अस्पतालों के खिलाफ की जाए सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं। सीएचसी स्तर से लेकर बड़े चिकित्सालयों तक ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर उपलब्ध कराए गये हैं। जिलों की जरूरतों के अनुसार और ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर खरीदे जाएं। मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के सभी अस्पतालों की चिकित्सा व्यवस्था को प्रभावी और सुदृढ़ किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि निजी अस्पतालों की व्यवस्था को बेहतर किया जाए। कोविड मरीजों के इलाज में शिथिलता बरतने अथवा शोषण करने वाले निजी अस्पतालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
सीएम योगी ने कहा कि नॉन-कोविड रोगियों के उपचार की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। गम्भीर रोग से ग्रसित मरीजों की आपात आवश्यकता के लिए समुचित चिकित्सा प्रबन्ध किये जाएं। हर जिले में न्यूनतम एक अस्पताल ऐसे मरीजों के लिए डेडिकेट किया जाए। महिलाओं तथा बच्चों के उपचार के लिए जिला महिला चिकित्सालय में सभी प्रबन्ध किये जाएं। ऐसे सभी जरूरतमन्द रोगियों के लिए एम्बुलेंस की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। आगामी शनिवार से प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में ई-ओपीडी की व्यवस्था लागू की जा रही है।
ICCC की व्यवस्था को प्रभावी बनाने पर दिया जोर
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जनपद में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर (ICCC) की व्यवस्था को प्रभावी बनाये रखने पर बल देते हुए कहा कि जनपद की आबादी के अनुसार आईसीसीसी में फोन लाइन्स की संख्या बढ़ायी जाए। आईसीसीसी में विभिन्न कार्यों यथा टेलीकन्सल्टेशन, होम आइसोलेशन बेड की उपलब्धता आदि सुनिश्चित करने के लिए अलग-अलग प्रभारी नियुक्त किये जाएं।
प्रत्येक जनपद में सभी वेंटिलेटर्स और आक्सीजन कन्संट्रेटर्स को कार्यशील रखने के लिए एनेस्थेटिक्स एवं टेक्नीशियन्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। कोविड अस्पताल में भर्ती मरीज के स्वास्थ्य एवं उपचार की जानकारी प्रतिदिन कम से कम एक बार उसके परिजनों को उपलब्ध कराने के लिए एक चिकित्सक नामित किया जाए।
कोरोना कर्फ्यू को प्रभावी ढंग से करें लागू
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आंशिक कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) को प्रभावी ढंग से लागू करें। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी स्थान पर भीड़भाड़ न हो। कोविड गाइडलाइन्स का पालन कराने के लिए प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाही की जाए। जरूरतमन्द लोगों के लिए लखनऊ व प्रयागराज में कम्युनिटी किचन (Community Kitchen) शुरू हो गये हैं। इस व्यवस्था को सभी जनपदों में संचालित किया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित क्वारण्टीन सेण्टरों में भोजन, पेयजल, स्वच्छता, सुरक्षा की समुचित व्यवस्था रहनी चाहिए।