माफिया बृजेश सिंह के बेटे सागर की शादी में पहुंचे दिग्गज नेता, जानिए कौन हैं 'बहुरानी' भुवी

Brijesh Singh: माफिया कहे जाने वाले पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह बेटे की रिसेप्शन पार्टी में पहुंचे दिग्गज नेता। देखें फोटो...;

Update:2025-03-08 14:45 IST

Brijesh Singh Varanasi: पूर्वांचल के बाहुबली माफिया कहे जाने वाले बृजेश सिंह के छोटे बेटे सागर सिंह की शादी हो गई है। शादी के दौरान राजनीति के बड़े बड़े दिग्गज नेता शामिल हुए। राजा भैया से लेकर बृजेश पाठक तक आशीर्वाद के लिए उपस्थित हुए। बृजेश सिंह ने अपने छोटे बेटे की शादी भुवी सिंह से कराई। सगाई लखनऊ के ताज होटल, शादी गोवा से और रिशेप्सन बनारस से सम्पन्न हुआ।  

दरअसल, बृजेश सिंह बहुरानी भी पूर्वांचल से तालुकात रखती हैं। भुवी ने प्रारंभिक शिक्षा लखनऊ से पूरी की। इसके बाद पुणे के महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी से ग्रैजुएशन किया। इसके बाद इंगलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क से पढ़ाई पूरी की। इसके बाद एक मार्केटिंग कंपनी में कार्यरत रही। सगाई समारोह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, बृजेश पाठक, कुंडा विधायक राजा भैया उर्फ रघुराज प्रताप, दयाशंकर सिंह समेत बड़े दिग्गज नेता पहुंचे। वहीं, रिसेप्शन में भी नेता और अधिकारयों का जमावड़ा देखने को मिला। मनोज तिवारी से लेकर केंद्रीय मंत्री महेंद्र नात पांडेय भी नव विवाहित जोड़ो को आशीर्वाद देने पहुंचे।  



ढाई दशक से सीट पर कब्जा

वाराणसी की एमएलसी सीट पर बृजेश सिंह का पिछले पांच बार से जीत रहा है। दो बार बृजेश के बड़े भाई उदयनाथ सिंह, उसके बाद बृजेश की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह और उसके बाद मार्च 2016 में ख़ुद बृजेश वाराणसी से एमएलसी बनकार राज्य की विधानसभा में दख़िल हुए। उन्हें बीजेपी का समर्थन भी मिला था। हालांकि, बृजेश सिंह को समर्थन देने पर बीजेपी की काफी आलोचना हुई थी। इसी कारण, 2022 में बीजेपी ने सुदामा पटेल को उम्मीदवार बनाया, लेकिन वाराणसी की जेल में बंद बृजेश सिंह ने अपनी पत्नी को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतारकर बीजेपी को शिकस्त दी।



कैसे बदल गई बृजेश सिंह की जिंदगी

27 अगस्त 1984 बृजेश सिह की जिंदगी बदलने वाली तारीख रही। इस तारीख के कारण अरुण सिंह, बृजेश सिंह बन गए। बता दें इनका नाम पहले अरुण ही था। दरअसल, पिता रविंद्र नाथ सिंह की गांव के ही दबंगों ने बेरहमी से हत्या कर दी। पिता की हत्या के बाद अपनी जिंदगी का रुख ही बदल दिया। अरुण ने पिता के हत्यारों को निपटाने की कसम खाई। एक साल के अंदर ही 27 मई 1985 को पिता की हत्या के मुख्य आरोपी हरिहर सिंह की हत्या का आरोप लगा। अरुण सिंह अब बृजेश सिंह बनने की राह पर निकल चुका था और उसके ऊपर हत्या का पहला मुकदमा दर्ज हो चुका था, लेकिन वह अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा क्योंकि उसे अभी पिता के बाकी हत्यारों से बदला लेना बाकी था। मालूम हो कि 2016 में दिए गए अपने चुनावी शपथपत्र के अनुसार उन पर अब भी 11 मुक़दमे चल रहे हैं। अगस्त, 2022 में माफिया बृजेश सिंह को जेल से रिहा किया गया।


बता दें कि बृजेश सिंह के भतीजे सुशील सिंह विधायक हैं। बड़े भाई उदयनाथ सिंह उर्फ चुलबुल सिंह भी दो बार MLC रह चुके हैं। सुशील की पत्नी और भाई जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं. यहां तक बृजेश सिंह के घर की रसोइया तक ब्लॉक प्रमुख बनी है। वराणसी की राजनीति में बृजेश सिंह की तगड़ी पैठ मानी जाती है।

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