गोरखपुर में गैंगरेपः युवती को अगवा कर की हैवानियत, बीच सड़क छोड़कर भागे दरिंदे

गोरखनाथ इलाके की रहने वाली युवती आरकेस्ट्रा पार्टी में डांस करती है। मंगलवार को पादरी बाजार इलाके में स्थित आयोजन में डांस करने गई थी।

Update: 2021-03-04 03:29 GMT
ये पूरा वाकया खेड़ली थाने का है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक 26 साल की महिला को उसका पति तलाक देना चाहता था। लेकिन महिला इसके लिए राजी नहीं थी।

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में गैंगरेप का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। प्रभावशाली लोगों ने एक युवती से गैंगरेप किया और देर रात सड़क पर बदहवास छोड़ कर फरार हो गए। वहीं पुलिस भी पूरे प्रकरण को दबाने में जुटी रही। वीडियो वायरल होने के बाद मामला आला अधिकारियों तक पहुंचा तो वे होश में आए। घटना छिपाने के आरोपी हड़हवा फाटक चौकी इंचार्ज व एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर पीड़िता की पहचान उजागर करने वाले तीन लोगों पर कार्यवाही की जा रही है। इनमें दो सपा नेता हैं।

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गोरखनाथ इलाके की रहने वाली युवती आरकेस्ट्रा पार्टी में डांस करती है

गोरखनाथ इलाके की रहने वाली युवती आरकेस्ट्रा पार्टी में डांस करती है। मंगलवार को पादरी बाजार इलाके में स्थित आयोजन में डांस करने गई थी। रात में करीब साढ़े दस बजे वह घर जाने के लिए निकली। उसके साथ दो और लड़कियां थी। जल्दी घर पहुंचने की बात कह वह अकेले ही निकल पड़ी। बौलिया रेलवे कालोनी के अंदर रास्ते पर ही बाइक सवार युवकों ने उसे अकेला देखकर मुंह दबा कर सुनसान स्थान पर ले गए और उसके साथ उन्होंने गैंग रेप काम किया। घटना के बाद सड़क के किनारे बैठकर वह बदहवास हाल में रो रही थी। कुछ लोगों ने उसे हड़हवा फाटक चौकी पर पहुंचाया। चौकी की पुलिस ने उसे पूछताछ की तो युवती ने पूरी घटना की जानकारी दी।

पूछा और पता जानकारी करने के बाद उसे उसके घर पहुंचवा दिया

पुलिसवालों ने उसके मां-बाप के बारे में पूछा और पता जानकारी करने के बाद उसे उसके घर पहुंचवा दिया। पुलिस के आला अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने बाल संरक्षण अधिकारी डा. सुमन शुक्ला, वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर पूजा पाण्डेय को बुलाया गया। पीड़ित का बयान बाल संरक्षण अधिकारी डा. सुमन शुक्ला, एसचओं महिला थाना और वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर पूजा पाण्डेय के द्वारा लिया गया। पीड़िता बार-बार बयान बदल रही थी इसलिए पुलिस ने इन लोगों को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था। पीड़िता और उसकी मां को लिखना नहीं आता है इसलिए पूजा पांडेय ने ही उनके बयान के आधार पर तहरीर लिखी। तहरीर के अधार पर पुलिस ने 342, 376 डी और पाक्सो एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज की है।

पुलिस ने ऐसे छुपाया मामला

पीड़िता ने मंगलवार की रात में ही चौकी पर पहुंच कर चौकी इंचार्ज बृजेश यादव सहित अन्य पुलिस कर्मियों को पूरी घटना की जानकारी दी। पुलिसवालों ने बयान का वीडियो बनाया और युवती को उसके घर पहुंचा दिया। इस वारदात की खबर उन्होंने अपने अफसरों को नहीं दी। मंशा साफ थी कि गैंग रेप की वारदात सामने न आए। पर बुधवार को पीड़िता का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आ गया जिसके बाद एसएसपी ने इसे संज्ञान लिया। एडीजी अखिल कुमार आईजी राजेश डी मोडक भी शाहपुर थाने पहुंच गए।

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चौकी इंचार्ज और सिपाही सस्पेंड, मुकदमा भी हुआ

गैंग रेप की वारदात को पूरी तरह छुपा ले जाने की कोशिश करने के मामले में एसएसपी ने चौकी इंचार्ज बृजेश यादव और सिपाही धर्मेन्द्र कुमार को सस्पेंड कर दिया है। इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया। वहीं सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर पीड़िता की पहचान उजागर करने के मामले में सपा नेता सहित तीन लोगों पर भी मुकदमा दर्ज कर शाहपुर पुलिस ने विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।

रिपोर्ट-पूर्णिमा श्रीवास्तव

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