पूर्व MLA के गुर्गों ने जबरन लिखवाया इस्तीफा, गुरूद्वारे के प्रधान के भाई की सदमे से मौत
कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय कपूर अक्सर विवादों में रहते है ,तीन दिन पहले ही उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री पर अभद्र टिपण्णी की थी । एक बार फिर से उन पर गंभीर आरोप लगे है।
कानपुर:कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय कपूर अक्सर विवादों में रहते है ,तीन दिन पहले ही उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री पर अभद्र टिपण्णी की थी । एक बार फिर से उन पर गंभीर आरोप लगे है। इस बाद गुरूद्वारे माता गुजरी लेबर कालोनी के प्रधान है ने लगाया है । प्रधान शरनजीत सिंह ओबराय है इनका आरोप है कि पूर्व विधायक के गुर्गों ने धमकाकर मुझसे इस्तीफा लिखा लिया। मै बीजेपी विधायक की मीटिंग में गया था इससे वह नाराज थे । धमकाने की बात जब मेरे भाई नरेन्द्र सिंह ओबराय को पता चली तो उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई । इसके लिए उन्होंने पूर्व विधायक अजय कपूर को जिम्मेदार ठहराया है और उनके विरुद्ध थाने में तहरीर दी है।
गोविन्द नगर थाना क्षेत्र के लेबर कालोनी में रहने वाले गुरूद्वारे के प्रधान शरनजीत सिंह ओबराय है। बीते 19 नवम्बर दिन रविवार को किदवई नगर विधानसभा से बीजेपी विधायक की मीटिंग थी। इस मीटिंग में वह एक सम्मानित नागरिक होने के नाते चले गए थे । जब यह बात पूर्व कांग्रेस विधायक अजय कपूर पता चली तो उनके गुर्गे गुरविंदर सिंह गप्पी ,जगमोहन सिंह बब्बी, डिम्पल सरदार समेत कई लोगों ने सोमवार सुबह जान से मारने की धमकी दी और प्रधानी का इस्तीफा लिखा लिया।
प्रधान शरनजीत सिंह ओबराय के मुताबिक मै बीजेपी विधायक की मीटिंग में गया तो पूर्व विधायक को यह बात नागवार गुजरी । उन्होंने अपने गुर्गो को भेज कर कहा कि तुम बीजेपी की मीटिंग में क्यों शामिल हुए । इसके बाद मुझे जान से मारने की धमकी देने लगे और मुझसे जबरन इस्तीफा लिखा लिया । इसकी जानकारी मेरे भाई नरेन्द्र सिंह को हुई तो उनकी तबियत बिगड़ गई और जब उन्हें अस्पताल ले गए तो डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक की पूरे क्षेत्र में दबंगई चलती है और उनके विरुद्ध कोई भी कुछ बोल नही सकता है । जो गुर्गे आये थे उन पर कई मुक़दमे दर्ज है ,मैंने गोविन्द नगर थाने में इसके विरुद्ध तहरीर दे दी है ।
बीजेपी विधायक महेश त्रिवेदी के मुताबिक यह बड़ी दुर्भाग्य की बात है कि देश को आजाद हुए 70 साल हो गए है लेकिन किदवई नगर विधान सभा अभी भी आजाद नही हुई है । यदि कोई कमल को अपनाना चाहता है और उसे कोई ब्रेक करता है। यह गलत है। हम लोग ताकत का दुरुपयोग करने वालों को रोकेंगे । प्रधान बीजेपी की मीटिंग में आये थे तो पूर्व विधायक के गुर्गो ने उन्ही धमकाया और पेपर में साइन कराया । यह जब भाई को पता चला तभी उसकी मौत हुई है।
सीओ गोविन्द नगर जनार्दन दुबे के मुताबिक गुरूद्वारे के प्रधान के भाई की हार्ट अटैक से मौत हुई है । परिजनों ने तहरीर दी है उसकी जांच कराई जाएगी जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाई की जाएगी ।