इस मेले मेले में खोए हुए बच्चों को यह मशीन,खोया-पाया विभाग हुआ हाईटेक

Update:2018-11-12 19:25 IST

हापुड़: यूपी के जनपद हापुड के गढ़मुक्तेश्वर में लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले में आने वाले परिवारों का कोई बच्चा यदि खो जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है। प्रशासन ने बिछड़े बच्चों को अपने परिजन से मिलाने के लिए तकनीक का प्रयोग करते हुए आधार कार्ड मशीन लगाने का निर्णय लिया है। यदि बच्चे का आधार कार्ड बना हुआ है तो मशीन पर अंगुली लगाते ही पलभर में उसकी पहचान हाे जाएगी।

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आपको बता दें कि गढ़मुक्तेश्वर खादर क्षेत्र में गंगा किनारे आयोजित होने वाले कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले में हर वर्ष 20 से 25 लाख श्रद्धालुओं का आगमन होता है। गंगा मेले में हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के श्रद्धालु आते हैं। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ छोटे-छोटे बच्चे भी होते हैं। इतने बड़े मेले में थोड़ी सी असावधानी होते ही छोटे बच्चों का अपने परिजन से बिछड़ जाना साधारण बात है।

हर वर्ष मेले में सैंकड़ो बच्चे अपने परिजन से बिछड़ जाते हैं। मेले में भटक रहे इन बच्चों को लोग खोया-पाया शिविर में पहुंचा देते हैं। इनमें कुछ बच्चे अपना नाम और पता ठीक से नहीं बता पाते। इस कारण खोया-पाया विभाग को उनके परिजन का पता लगाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, और अब इस बार मेले में प्रशासन ने आधार कार्ड मशीन लगाने का निर्णय लिया है। इस मशीन से बच्चों की पहचान करने में मदद मिलेगी। यदि खोए हुए व्यक्ति या बच्चे का आधार कार्ड बना हुआ है तो आधार कार्ड मशीन पर उसकी अंगुलियां रखते ही उसके नाम और पते की जानकारी हो जाएगी। इसके बाद उसके परिजन से संपर्क साधने में काफी आसानी हो सकेगी। पूरी जांच-पड़ताल करने के बाद अपनों से बिछड़ कर शिविर में पहुंचे बच्चे अथवा बड़ों को उनके परिजन को सौंप दिया जाएगा ।

उपजिलाधिकारी और मेला अधिकारी ज्योति राय ने बताया कि खोया-पाया शिविर में आधार कार्ड मशीन को लगवाने के लिए अधिकारियों ने आदेश दे दिए है। आदेशों को पालन किया जाएगा। इससे खोया-पाया विभाग के कर्मचारियों और मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को काफी मदद मिलेगी ।

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