अंतिम शाही स्नान पर उमड़ा जनसैलाब, साधु-संतों पर हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जहॉ पुलिस के आला अधिकारी स्नान व शाही शोभा यात्रा के दौरान स्वयं उपस्थित रहे, वहीं फोर्स के जवान, पुलिस, वालंटियर्स, मजिस्ट्रेट आदि सचेत रहे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस व्यवस्था सतर्क रही और स्नानार्थियों को स्नान करने के उपरान्त गंतव्य तक जाने हेतु दिशा निर्देश देते रहें।
आशीष पाण्डेय,
कुंभ नगर: धर्म, अध्यात्म के दिव्य, भव्य, सुन्दर और स्वच्छ कुम्भ नगरी में वसंत पंचमी पर श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ा, वहीं
13 अखाड़ों के साधु-संतों ने भी गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती के संगम पर भव्य आकर्षक और गाजे बाजों के साथ हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ तीसरा शाही स्नान किया।
ये भी पढ़ें— कुंभ: बसंत पंचमी पर 1.50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने किया गंगा स्नान
सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी व श्री पंचायती अटल अखाड़ा ने पूर्वान्ह 6:15 बजे स्नान किया। उसके बाद पंचायती
निरंजनी अखाड़ा, तपोनिधि श्री पंचायती आनन्द अखाडा ने पूर्वान्ह 7:05 बजे संगम तट पर पहुंचकर स्नान किया। उसके बाद श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा व श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा ,श्री शम्भू पंच अग्नि अखाड़ा ने पूर्वान्ह 8 बजे संगम घाट पर स्नान किया। उसके बाद अखिल भारतीय श्री पंचनिर्मोही अनी अखाड़ा ने पूर्वान्ह 10:40 बजे, अखिल भारतीय श्री पंच दिगम्बर अनी अखाड़ा ने पूर्वान्ह 11:20 बजे, अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा ने अपरान्ह 12:20 बजे, श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन ने अपरान्ह 1:15 बजे, श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन ने अपरान्ह 2:20 बजे तथा श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल ने अपरान्ह 3:40 बजे संगम घाट पर पहुंचकर स्नान किया।
ये भी पढ़ें— कुंभ में एक बार फिर लगी आग, कई टेंट जलकर खाक
इस दौरान प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ स्नानार्थियों को सुगमता एवं सरलता के साथ स्नान घाटों तक पहुंचने के लिए यातायात की खासी रणनीति तैयार की थी और इसके साथ ही घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ रूककर एकत्र न हो तथा उनके वापसी व गन्तव्य तक पहुंचाने के लिए व्यवस्था की गयी थी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जहॉ पुलिस के आला अधिकारी स्नान व
शाही शोभा यात्रा के दौरान स्वयं उपस्थित रहे, वहीं फोर्स के जवान, पुलिस, वालंटियर्स, मजिस्ट्रेट आदि सचेत रहे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस व्यवस्था सतर्क रही और स्नानार्थियों को स्नान करने के उपरान्त गंतव्य तक जाने हेतु दिशा निर्देश देते रहें।
ये भी पढ़ें— वसंत पंचमी: प्रयाग की जनता कर रही श्रद्धालुओं का आतिथ्य, जगह-जगह लगे भण्डारे
संगम नोज सहित सभी घाटों पर स्नानार्थियों की काफी भीड रही। भीड नियंत्रित करने हेतु बनाये गये टावरों से लगातार निगरानी एवं लाउडस्पीकर, लाउडहेलर के माध्यम से निर्देशन दिया जाता रहा। हेलीकाप्टर द्वारा पूरे मेले की निगरानी के साथ-साथ शाही स्नान के लिये जाते हुये साधु-संतों एवं श्रद्वालुओं पर पुष्पवर्षा भी की गयी। मेले की व्यवस्था को देखकर प्रदेश सहित अन्य
प्रदेशों के कोने-कोने से आये कई श्रद्वालुओं ने बताया कि ऐसी दिव्य, भव्य, स्वच्छ और सुन्दर कुम्भ उन्होंने पहले कभी नहीं देखी थी। इस कुम्भ में उत्तर प्रदेश सरकार ने बडी ही अच्छी और सुव्यवस्थित व्यवस्था की है, इसके लिये वे बधाई के पात्र हैं।
ये भी पढ़ें— संत और बसंत के साथ संगम में डुबकी लगा रहे करोंड़ो श्रद्धालु
बसंत पंचमी का यह शाही स्नान भी शांति और सुगमता के साथ सम्पन्न होकर कुम्भ 2019 के दिव्य एवं भव्य स्वरूप में जुड गया।
पुलिस को श्रद्धालुओं को अखाड़ा मार्गों से हटाने में करनी पड़ी मशक्कत मौनी अमावस्या के शाही स्नान में संतों एवं अखाड़ों के विरोध पर प्रशासन ने इस बाद शाही स्नान के लिए भारी सुरक्षा के साथ ही जारी लगाकर बैरिकेटिंग तो की लेकिन उसके बावजूद अखाड़ों के वाहनों की पार्किंग के सामने से लोग बैरिकेटिंग को डाककर अन्दर घुस जाते। जिन्हें निकालने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कई बार तो माइक से एलाउंस भी किया गया लेकिन हर कोई संतों का दर्शन करने को आतुर था।