BHU IIT का तुगलकी फरमान, छात्रों को दी धमकी, हॉस्टल खाली करो वरना...
छात्रों ने आईआईटी प्रशासन पर जबरदस्ती हॉस्टल खाली करवाने का आरोप लगाया है। कोरोना को लेकर ऑनलाइन क्लास चलाए जा रहे है।
वाराणसीः देश को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि मुश्किल की इस घड़ी में संयम रखने की जरूरत है। लॉकडाउन की आशंकाओं को ख़ारिज करते हुए उन्होंने कहा था की जो जहां हैं, वहीं रहें। हालांकि प्रधानमंत्री के सम्बोधन का असर उनके ही संसदीय क्षेत्र में देखने को नहीं मिल रहा है। पूरा मामला जुड़ा है बीएचयू आईआईटी से। कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के बाद आईआईटी प्रशासन ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए छात्रों को हॉस्टल खाली करने का निर्देश दिया है। हॉस्टल नहीं खाली करने की स्थिति में बिजली, पानी और वाई फाई कनेक्शन काटने की धमकी दी है।
छात्रों पर आईआईटी प्रशासन ने बढ़ाया दवाब
छात्रों ने आईआईटी प्रशासन पर जबरदस्ती हॉस्टल खाली करवाने का आरोप लगाया है। दरअसल कोरोना को लेकर ऑनलाइन क्लास चलाए जा रहे है। यही वजह है कि हॉस्टल से अधिकतर छात्र अपने घरों को लौट गए है लेकिन जिन छात्रों का घर वाराणसी शहर से काफ़ी दूर है और उनके यहां नेट जैसी अच्छी सुविधा नही है, वह अभी भी हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। छात्रों का आरोप है कि अपनी समस्या को आईआईटी के सामने रखने के बावजूद जबरदस्ती हॉस्टल खाली करने को बोला जा रहा है। जबकि आईआईटी के नोटिस में साफ लिखा गया है कि जो छात्र खुद से जाना चाहते है वह जा सकते है, लेकिन अब जो छात्र यहां रहकर पढ़ाई करना चाहते है उन्हें भी दबाव बनाकर धमकाया जा रहा है।
हॉस्टल के में गेट पर जड़ा ताला
आईआईटी प्रशासन ने धमकी दी है कि अगर छात्रों ने हॉस्टल खाली नहीं किया तो बिजली और वाई फ़ाई कनेक्शन काट दिया जायेगा। बताया जा रहा है आईआईटी प्रशासन ने हॉस्टल के गेट पर ताला जड़ दिया गया है कि कोई छात्र बाहर से खाने के लिए न कुछ ला सकता है और न ही कुछ मंगा सकता है। वहीं छात्रों का आरोप है कि आईआईटी के कई छात्र कोरोना पॉजिटिव आए है। लेकिन उनका ईलाज करवाने के बजाए आईआईटी बीएचयू ने अपने आप को बचाने के लिए छात्रों को घर भेज दिया।