KGMU Lucknow: 'धरती के भगवान' ने दिया जीवनदान, KGMU के डॉक्टरों ने कटा हाथ जोड़ शिवांश को दी नई जिंदगी
KGMU Lucknow: लगभग 7-8 घंटे तक चले जटिल आपरेशन में माइक्रोवस्कुलर तकनीकी के द्वारा पूर्ण किया गया। हाथ कटने के उपरान्त काफी मात्रा में खून बह जाने के कारण मरीज को 3 यूनिट ब्लड चढाया गया।
KGMU Lucknow: केजीएमयू के डाक्टरों ने एक बार फिर कमाल किया। 14 वर्षीय शिवांश यादव पुत्र मुटुन कुमार यादव अमेठी निवासी का दाहिना हाथ 21 नवम्बर को शाम 05 बजे तेल निकालने की मशीन में फंस जाने के बाद कधे के नीचे से पूरी तरह कट गया था। मरीज को उसके परिवार जन पास के मुशी गंज अस्पताल में ले गये। जहां पर डाक्टर ने केजीएमयू ले जाने का परामर्श दिया तथा कटे हुए हाथ को बर्फ में लपेट कर मरीज के परिवार के सुपुर्द कर दिया।
मरीज को उसके माता पिता रात्रि 10 बजे पहुंचे केजीएमयू के ट्रामा सेन्टर में लेकर आये। प्लास्टिक सर्जरी के डाक्टर की टीम ने तुरन्त मरीज को तथा उसके कटे हुए दाहिने हाथ की बारीकी से जांच की तथा आवश्यक जांचों के बाद आपरेशन थियेटर में शिफ्ट कर दिया। कटे हुए हाथ को आपरेशन थियेटर में लाकर सफाई करने के बाद Replantation की तैयारी की गयी।
लगभग 7-8 घंटे तक चले जटिल आपरेशन में माइक्रोवस्कुलर तकनीकी के द्वारा पूर्ण किया गया। हाथ कटने के उपरान्त काफी मात्रा में खून बह जाने के कारण मरीज को 3 यूनिट ब्लड चढाया गया। कटे हुए हाथ ही नियमित निगरानी की गयी तथा डेली Dressing व अन्य जरूरी इन्जेशन दिये गये। आपरेटिंग टीम में प्रो० विजय कुमार विभागाध्यक्ष प्लास्टिक सर्जरी विभाग के नेत्रतृत्व में हुआ अन्य डाक्टरर्स डा संध्या पाण्डेय, डा किरन सिलवाल, डा शैलेन्द्र सिंह आर्थोपेडिक सर्जरी एवं डा प्रेम राज, एनेस्थीसिया विभाग, डा चिन्ता काव्या, डा नम्रता, डा प्राची, डा मेहवश खान डा रोहित डा कार्तिकेय थे।
डाक्टरों ने बताया कि कटे हुए हाथ में पूर्ण रूप से रक्त प्रवाह आने के बाद धीरे-धीरे physiotherapy शुरू की गयी है। मरीज को जरूरी निर्देशों के साथ discharge कर दिया गया। मरीज शिवांश तथा उसके माता-पिता कटे हुए हाथ के पूर्ण रूप से जुड़ जाने के उपरान्त उसे हर्ष पूर्वक घर ले गये।
हाथ या उगंली कटने के बाद क्या करे
1. सबसे पहले कटे हुए भाग को किसी साफ कपड़े में रख ले तथा तुरन्त ही बर्फीले पानी में रखें।
2. कटे हुए भाग पर साफ कपड़ा बांध दे अथवा ड्रेसिंग कर दें।
3. बिना बिना किसी देरी के पास के अस्पताल में जाएं जहां पर Replantation की सुविधा मौजूद हो ।
4. कटे हुए अंग को जोड़ने का गोल्डन पीरिएड 6-8 घंटे का होता है तथा इस दौरान re implant करने पर result अच्छा होता है। इस लिए देरी न करें।