लखनऊ मेट्रो ट्रेन का किराया महंगा होने से कम हो रही यात्रियों की संख्या
लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एलएमआरसी) के उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर के एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया तक मेट्रो शुरू हो जाने के बाद यात्रियों की संख्या अब लगातार घटती जा रही है। यात्रियों का कहना है कि मेट्रो ट्रेन का किराया महंगा है इसलिए रोजाना इससे यात्रा करना बहुत खर्चीला है।
लखनऊ: लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एलएमआरसी) के उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर के एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया तक मेट्रो शुरू हो जाने के बाद यात्रियों की संख्या अब लगातार घटती जा रही है। यात्रियों का कहना है कि मेट्रो ट्रेन का किराया महंगा है इसलिए रोजाना इससे यात्रा करना बहुत खर्चीला है।
यात्री दिनेश तिवारी,कर्मराज वर्मा और पिंकी शुक्ला ने मंगलवार को कहा कि लखनऊ मेट्रो का किराया बहुत महंगा है। इसीलिए हम लोगों मेट्रो से रोजाना यात्रा नहीं कर सकते हैं। पिंकी ने कहा कि यदि मेट्रो ट्रेन का किराया थोड़ा कम होता तो अधिक लोग यात्रा करते और एलएमआरसी को भी अच्छा लाभ होता।
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छात्र मोहित शर्मा और अंकुर सिंह ने कहा कि हम लोग कभी-कभी मेट्रो ट्रेन से घूमने के लिए आते हैं लेकिन इससे रोजाना कॉलेज आना-जाना महंगा है। मोहित ने कहा कि बस की एमएसटी बनवाकर हम लोग कम खर्चे में कॉलेज या अन्य जगह पहुंच जाते हैं लेकिन लखनऊ मेट्रो में ऐसी सुविधा नहीं है।
एलएमआरसी की जनसम्पर्क अधिकारी पुष्पा बेलानी ने कहा कि मेट्रो में यात्रियों की संख्या में इजाफा होगा। इसके लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों को उनके जन्मदिन मनाने के साथ तमाम अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं। नगर निगम व परिवहन विभाग से फीडर सर्विस शुरू करने के लिए कहा जा रहा है। ताकि दूर दराज मोहल्लों व कॉलोनियो में रहने वाले लोग मेट्रो स्टेशनों तक पहुंच सके।
उन्होंने बताया कि मेट्रो में पिछले एक महीने में करीब 17 लाख लोगों ने यात्रा की है। यह संख्या टोकेन व स्मार्ट कार्ड दोनों से यात्रा करने वालों की है। जबकि लखनऊ मेट्रो की क्षमता एक महीने में 48 लाख से ज्यादा यात्रियों को ले जाने की है। एक ट्रेन में एक बार में करीब 1100 लोग यात्रा कर सकते हैं। हर स्टेशन पर यात्री चढ़ते व उतरते रहते हैं। ऐसे में इनकी संख्या और बढ़ती है। पिछले एक महीने का आंकड़ा देखा जाए तो औसतन रोजाना 56 हजार लोग मेट्रो में यात्रा कर रहे हैं। जबकि रोजाना एक लाख 60 हजार से ज्यादा लोग यात्रा कर सकते हैं।
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दरअसल,एलएमआरसी ने दावा किया था कि पूरे उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर में मेट्रो चलने के बाद यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि होगी लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो पाया है। यात्रियों की संख्या बढ़ने की जगह कम होती जा रही है। गत आठ मार्च को जब उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर में मेट्रो ट्रेन शुरू हुई थी तो यात्रियों की संख्या 75 से 80 हजार तक पहुंच गयी थी, लेकिन अब यह घटकर 50 हजार के करीब हो गयी है।