आयोग की नोटिस के बाद मेनका के बदले सुर, मुस्लिम वोटरों से की ये अपील
दरअसल गुरुवार को शहर के तुराबखानी में मेनका ने धर्म विशेष को लेकर बयान दिया था। मीडिया में खबर आने के बाद शुक्रवार को आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया था।
सुल्तानपुर: बीजेपी उम्मीदवार एवं केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के धर्म विशेष के प्रति सुर बदल गए है। शनिवार को बंधुआ कलां जैसे मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में सभा के दौरान उन्होंने मंच से कहा कि हमें यहां आपकी सख़्त जरूरत है, एक दोस्ती का पैग़ाम लेकर के आई हूं।
दरअसल गुरुवार को शहर के तुराबखानी में मेनका ने धर्म विशेष को लेकर विवादित बयान दिया था। मीडिया में खबर आने के बाद शुक्रवार को आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया था।
मेनका गांधी ने आगे कहा कि ये दोस्ती का पैग़ाम अभी से नहीं है जब से मैने अपनी राजनैतिक जिंदगी तीस साल पहले शुरू की तब से आजतक मैने आपको अपना ही समझा। इस क्षेत्र में मैं एक ताक़त लेकर आई हूं, और ये ताक़त सबके लिए है। जिन-जिन लोग को ऐसी मुसीबतें है जो ठीक नहीं होते हैं। जो लोग जूझ रहे हैं अन्याय को लेकर।
मैने कभी देखा नहीं कौन किस कौम का है कौन किस जाति का है। मेरी ताक़त सबके लिए है। मैं आपको ये निमंत्रण देती हूं की इस ताक़त में आप शामिल हो जाईए। ये सोचना कौन किस पार्टी का है, ये पार्टी नहीं, मैं दोस्ती की ओर हमे यहां आपकी सख़्त जरूरत है, एक दोस्ती का पैग़ाम लेकर के आई हूं।
बंधुआ कलां में परिवार कल्याण एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी को अपने बीच पाकर हसनपुर गांव एवं बंधुआकला गांव के लोगों अपना दर्द उनसे बयां किया। लोगों ने कहा कि बिजली की यहां विकट समस्या है। इस शिकायत पर मेनका संजय गांधी ने अधिशासी अभियंता से बात कर समस्या का तत्काल निदान करने के लिए कहा।
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उल्लेखनीय है कि गुरुवार को तुरबखानी गांव में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मेनका गांधी ने कहा था कि यदि मुस्लिम मुझे वोट नहीं देते हैं तो मैं उन्हें नौकरी नहीं दे सकूंगी। मुझे यह बिल्कुल अच्छा नहीं लगेगा कि मैं मुस्लिमों के सहयोग के बिना यह चुनाव जीत लूं।
गांधी ने ये भी कहा था कि, ''ऐसा होने पर मेरी भावनाओं को ठेस पहुंचती है। फिर यदि मुस्लिम मेरे पास आकर काम मांगते हैं तो मैं इस बारे में सोचूंगी। इससे क्या फर्क पड़ता है? दिल खट्टा हो जाएगा।
कुल मिलाकर यह नौकरी एक तरह की डील है।'' गांधी ने स्पष्ट कहा था कि यदि मुस्लिम उन्हें वोट नहीं देते हैं तो उन्हें नौकरी की उम्मीद नहीं करना चाहिए। हमारा यह संबंध आपसी तालमेल पर आधारित है। मेनका गांधी ने कहा था, ''हम महात्मा गांधी के बच्चे नहीं हैं। ऐसा नहीं होगा कि आपका सहयोग मिले बिना मैं आपको लगातार सहयोग करती रहूंगी। मैं कोई भेदभाव नहीं रखती।
मैं केवल दुख-दर्द और प्यार देखती हूं। यह आप पर है।'' अपने इस बयान पर शुक्रवार को मेनका गांधी ने सफाई देते हुए कहा था कि मेरा बयान अधूरा ही बताया जा रहा है जो कि अप्रासंगिक है।
वही मीडिया में खबर आने के बाद डीएम सुल्तानपुर ने मामले को संज्ञान में लिया था। डीएम दिव्य प्रकाश गिरी ने बताया था कि मेनका के बयान वाले वीडियो की जांच हो रही है। इस क्रम में एसडीएम हर्षदेव पांडेय ने बताया है कि सहायक निर्वाचन अधिकारी रामजी लाल ने भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी को नोटिस जारी की है। प्रशासन को है अब मेनका के जवाब का इंतजार है।
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