लखनऊ: यूपी की राजधानी में स्थित अंबेडकर पार्क में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बड़ा एलान किया। मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी आर्थिक आधार पर आरक्षण के समर्थन में है।
क्या बोलीं मायावती
मंगलवार को मायावती ने कहा कि बीएसपी आर्थिक आधार पर सवर्णों को आरक्षण देने के पक्ष में है। वह इसका विरोध नहीं करती हैं। कांग्रेस और बीजेपी ने पिछड़े समाज को बांटने की कोशिश की। बीजेपी और कांग्रेस आरक्षण का विरोध करती रही है, जबकि हमारी पार्टी आर्थिक आधार पर सवर्णों का भी आरक्षण देने के पक्ष में है ।
तीन शर्तों पर बीपी सिंह को दिया समर्थन
-हमने वीपी सिंह कि सरकार को तीन शर्तों पर समर्थन दिया था।
-वो बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न से सम्मानित करवाएंगे।
-अन्य पिछड़े वर्ग के लिए मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू करें।
-बीजेपी का अयोध्या के लिए कोई नया एजेंडा लागू न होने दिया जाए।
बीपी सिंह ने जब तीनों बातें मान ली तो बीजेपी ने अपना समर्थन वापस ले लिया था। इससे उनकी सरकार गिर गई थी । कांग्रेस की तरह बीजेपी भी दलित अतिपिछड़ों की विरोधी है। वोटों की खातिर मोदी ने गुजरात में अपना चोला बदल लिया। 1994 में मोदी ने एक विशिष्ट जाति को ओबीसी में शामिल करवा दिया। वहां पीएम ने ओबीसी के लोगोंं का हक मारने का काम किया था।
कांग्रेस शासन में नहीं मिला दलितों का हक
माया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के लंबे शासनकाल में जो बाबा साहब ने दलितों को अधिकार दिए थे वो उन्हें नहीं मिले। लेकिन बीएसपी सरकार के शासनकाल में वो सारे अधिकार आपको मिले हैं। विरोधी पार्टी के लोग अंबेडकर को लेकर कहते हैं कि उन्होंने सिर्फ आदिवासियों का ध्यान रखा अति पिछड़े लोगों का वह ध्यान नहीं रखते थे, जबकि सच्चाई ये है कि जब अंग्रेजों की हुकूमत थी तो बाबा साहब अंबेडकर अंग्रेजों से कहते थे कि मेरे इन लोगों को सबकी तरह जीने का मौका मिलना चाहिए। अंग्रेज कहते थे कि कौन शूद्र और कौन अति शूद्र है इसकी पहचान होनी चाहिए। बाबा साहब इस पर सहमत हो गए।
इसके बाद शूद्र और अति शूद्र की सूची तैयार हुई। जब यह सूची तैयार हो रही थी तो शोषणकर्ताओं ने षड़यंत्र के तहत काफी लोगों को जबरन नकली ब्राह्मण, वैश्य और ठाकुर बनाकर इस सूची में नहीं शामिल होने दिया। इन्होंने कहा कि बाबा साहब आपको अछूत बनाना चाहते हैं। इस तरह से नकली ब्राह्मण, वैश्य और ठाकुर बनाकर इन्होंने उस सूची में शामिल नहीं होनेे दिया।
बाबा साहब ने संविधान में आर्टिकल 340 बनाया और इसमें स्पष्ट किया कि ऐसी जातियां जो शूद्र और अति शूद्र में शामिल नहीं हुई हैं और उनकी हालत खराब है तो उनकाे आरक्षण की सुविधा केंद्र सरकार दिलाए। इसी आर्टिकल में आगे चलकर एससी को भी आरक्षण की सुविधा दी गई। विरोधी पार्टी बाबा साहब को लेकर भ्रम फैलाती हैं।
कांग्रेस ने नहीं देने दिया अंबेडकर को भारत रत्न
-कांग्रेस ने बाबा साहब को भारत रत्न नहीं देेने दिया।
-अंग्रेजों की हुकूमत में बाबा साहब ने पिछड़ों को पहचान दिलाई।
-केंद्र और राज्य को संविधान के तहत सबको हक देना चाहिए।
-बीजेपी के लोगों ने मंडल कमीशन केे आयोग की सिफारिशों लागू करने पर बीजेपी के लोगों ने प्रदर्शन किया था।
-इसी दौरान इसके जवाब में बीजेपी ने अपनी अयोध्या यात्रा शुरू कर दी।
वीपी सिंह ने जब तीनों शर्तें मान ली तो बीजेपी ने समर्थन वापस ले लिया
वीपी सिंह ने जब तीनों बातें मान ली तो बीजेपी ने अपना समर्थन वापस ले लिया तो उनकी सरकार गिर गई थी। कांग्रेस की तरह बीजेपी भी दलित अतिपिछड़ों की विरोधी है। वोटों की खातिर मोदी ने गुजरात में अपना चोला बदल लिया। 1994 में मोदी ने मोद धाती जाति को ओबीसी में शामिल करवा दिया। वहां पीएम ने ओबीसी के लोगोंं का हक मारने का काम किया था।