बाराबंकी: मुजफ्फरनगर में हुए दंगों की जांच के लिए गठित सहाय समिति द्वारा पेश की गई रिपोर्ट पर उंगलियां उठने लगी है। दरअसल, कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया ने इस रिपोर्ट पर सवालिया निशान लगाया। इसके अलावा पुनिया ने अन्य कई मुद्दों को लेकर भी बेबाकी बयान दिए।
सहाय समिति की रिपोर्ट को बताया गलत
सोमवार को अपने गृह जनपद में पत्रकारों से बात करते हुए पुनिया ने कहा कि जस्टिस विष्णु सहाय जैसे अच्छे व्यक्ति से ऐसी उम्मीद नहीं थी। विष्णु सहाय की रिपोर्ट को सिरे से ख़ारिज करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को क्लीनचिट देना पूरी तरह से गलत है।
‘सहाय समिति की रिपोर्ट से हुआ आश्चर्य’
पुनिया ने कहा कि विष्णु सहाय एक अच्छे जज और वकील हैं। उम्मीद थी कि उनकी रिपोर्ट निष्पक्ष तरीके से आएगी लेकिन उन्होंने अपनी रिपोर्ट में तो सपा सरकार को क्लीनचिट दे दिया, यह आश्चर्यचकित करने वाला है।
‘भाजपा ने भड़काया दंगा और सरकार बनी मूक’
पीएल पुनिया ने कहा कि मुजफ्फरनगर भाजपा के संगीत सोम और सुरेश राणा जैसे नेताओं ने भड़काऊ भाषण देकर दंगे की आग को भड़काया। वहीँ दंगे को राज्य सरकार मूक बनकर ख़ामोशी से देखती रही। साथ ही दंगे के बीच में प्रशासन द्वारा डीएम-एसपी का ट्रांसफर भी किया जाता है। ऐसे में समिति द्वारा सरकार को क्लीनचिट देना पूरी तरह से गलत है।
अनुपम खेर पर किया पलटवार
बीते दिनों एक डिबेट में बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर द्वारा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर कसे गए तंज पर पलटवार करते हुए पुनिया ने कहा कि अनुपम खेर की पत्नी भाजपा सांसद हैं तो वह भाजपा की लाइन ही तो बोलेंगे। आपको बता दें की डिबेट में अनुपम खेर ने कहा था कि जिस पार्टी के लोग राहुल गांधी को झेल सकते है वहां सबसे ज्यादा टोरलेंस है।
'भाजपा के लिए सबसे बड़ा खतरा बनने वाले हैं राहुल गांधी'
राज्यसभा सांसद पुनिया ने कहा कि राहुल गांधी भाजपा के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। आने वाले समय में सरकार कांग्रेस की बनेगी। इस समय भाजपा सत्ता के नशे में चूर है, लेकिन कांग्रेस की सरकार बनने के बाद भाजपा धराशाई हो जाएगी।
'सपा ने सत्ता का दुरुपयोग कर हासिल की सीटें'
प्रदेश के एमएलसी चुनाव में एकतरफा जीत से अपनी पीठ थपथपा रही सपा सरकार को पुनिया ने आईना दिखाते हुए कहा कि यह जीत सत्ता के दुरुपयोग से और सरकारी मशीनरी के बेजा इस्तेमाल कर हासिल की गई है। इसका ज़मीनी हक़ीक़त से कोई लेना देना नहीं है। साथ ही उन्होंने लोगों को डरा-धमका कर वोट दिलाएं हैं और अपने पक्ष में 30 सीटें जिताई हैं।
'नहीं करेंगे सपा, बसपा या भाजपा से गठबंधन'
आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस किससे गठबंधन करेगी? इस पर लग रहे कयासों को पुनिया ने विराम लगाते हुए कहा कि यूपी की तीनों प्रमुख पार्टियां सपा, बसपा और भाजपा जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता खो चुकी हैं। ऐसे में हम इनसे गठबंधन कर अपने आपको बदनाम नहीं कर सकते ।
‘लालू, नितीश का सहयोग ले सकती है कांग्रेस मगर गठबंधन नहीं’
बिहार की तर्ज पर यूपी में भी लालू ,नितीश की महागठबंधन की पहल पर विराम लगाते हुए पुनिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश की परिस्थिति बिहार से भिन्न है। यहां लालू और नीतीश हमारा सहयोग करें वह अलग बात है, मगर हम उनसे गठबंधन नहीं करेंगे।