बाराबंकी: मालेगांव बम विस्फोट मामले में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को मिली क्लीनचिट पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरने का प्रयास किया है। उनका कहना है कि प्रज्ञा ठाकुर हो या कर्नल पुरोहित या अन्य लोग,ये सब आतंकवादी थे। इसे कोर्ट ने भी माना था।
पुनिया ने कहा, सरकार बदलने पर एनआईए का रुख भी बदल गया। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि अगर आतंकवाद पर ऐसे ही राजनीति होगी तो इस समस्या से हम कैसे लड़ पाएंगे। पुनिया ने जोर देकर कहा कि यह सब आतंकवादी थे।
और क्या कहा पीएल पुनिया ने ?
-प्रज्ञा ठाकुर हो या कर्नल पुरोहित मालेगांव बम ब्लास्ट में इन लोगों के नाम थे।
-सबूतों को ध्यान में रखकर ही कोर्ट ने इनकी जमानत ख़ारिज कर दी थी।
-सरकार बदलने के साथ ही एनआईए का रुख भी बदल।
-आतंकवाद के मामलो में यदि इस तरह से राजनीति होगी तो यह समस्या और बढ़ सकती है।
आतंकवाद का कोई रंग नहीं होता
-पुनिया ने कहा, आतंकवाद का कोई रंग नहीं होता और न ही इसका कोई धर्म है।
-आतंकवाद में जो लिप्त हो उन पर कार्यवाई होनी चाहिए।
-कर्नल पुरोहित हो या प्रज्ञा ठाकुर सब पर कार्रवाई होनी चाहिए।
-यदि इन्हें राजनीतिक आधार पर क्लीनचिट दिया जाता है तो ये गलत है।