वाराणसी: देशभर में महाशिवरात्रि का पर्व पूरे धूम धाम से मनाया जा रहा है। भगवान शंकर के त्रिशूल पर बसी काशी भी महाशिवरात्रि पर शिवमय हो गया है। शहर का हर कोना हर-हर महादेव के नारे से गूंज रहा है। बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के दर्शन के लिए देर रात से भक्तों का ताता लगा हुआ है। इस अवसर पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए ।
मंदिर के मुख्य अर्चक पंडित श्रीकांत मिश्रा ने बताया कि इस बार शिवरात्री विशेष संयोग में मनाया जा रहा। बताया कि इस बार फाल्गुन कृष्ण पक्ष त्रायोदशी की तिथी घनिष्ठा नक्षत्र में महाशिवरात्री पर्व मनाया जा रहा है। भोलेनाथ के दिन सोमवार को शिवरात्री पड़ने से इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। शिवरात्रि का पर्व धूम-धाम से मनाया जा रहा है। प्रत्येक वर्ष की भाति इस साल भी बाबा भोलेनाथ के दरबार काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए लाखों भक्तों का रेला लगा। भारी भीड़ को देखते हुए बाबा के दरबार की सुरक्षा के लिए तीन घेरा बनाया गया है। सुरक्षा की कमान एएसपी और एडीएम को सौपी गई है।
हर हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठा शहर
यूं तो बाबा के दरबार में मत्था टेकने के लिए देश भर से रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु काशी आते हैं, लेकिन जब बात शिवरात्रि की हो तो काशी में भोले के भक्तों का रेला लग जाता है। काशी की हर गली और सड़क पर सिर्फ शिवभक्त ही नजर आते हैं और कानों में गूंजता रहता है हर-हर महादेव का उद्घोष। बाबा भोलेनाथ की श्रद्धा में लीन शिवभक्तों ने पूरी रात सड़क पर खड़ें होकर बिताई। थक कर चूर हो चुके भक्त लाइन में खड़े-खड़े सो रहे थे। भोलेनाथ को पसंद दूध और बेलपत्र लेकर भक्त लाइन में खड़े रहे। मंगला आरती के बाद चार बजे भोर से बाबा का दरबार भक्तों के दर्शन के लिए खोला गया।
बारह ज्योर्तिलिंगों में एक है काशी विश्वनाथ मंदिर
देश भर में कुल बारह ज्योर्तिलिंग है। बारह ज्योर्तिलिंगों में एक है काशी विश्वनाथ मंदिर का दरबार। इसलिए शिवरात्रि पर्व पर काशी में देश भर से भारी संख्या में भोले के भक्त यहा दर्शन पूजन के लिए आते है।
एक किलोंमीटर से लम्बी लाईन
शिवरात्रि पर्व शिव भक्तों के लिए बेहद खास होता है इस पर्व पर दर्शन पूजन का विशेष महत्व होता है। शहर में जिधर देखों शिवभक्त ही नजर आते है। पूरा शहर केशरिया मय हो जाता है। इन भक्तों में महिलायें और बच्चें भी होते है शामिल। पूरे शहर को सजाया गया है।
सभी शिवालयों भक्तों का रेला
शिव की नगरी काशी में बाबा के लाखों भक्त काशी विश्वनाथ मंदिर में दूध चढ़ाने के लिए आते हैं। इस मंदिर के अलावा भी काशी में कई शिवालयों में भी भक्तों की भारी भीड़ लगती है। शहर में मौजूद तिलभांडेश्वम मंदिर,सुलटंकेश्वर,मृत्युंजय महादेव मंदिर, बैजनथ्था मंदिर,मारकंण्डे महादेव मंदिर और अन्य सैकड़ों शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
आज के दिन रखते हैं व्रत
शिव की अराधन करने वाले बाबा भोले के भक्त शिवरात्रि के दिन व्रत रहते है। काशी में आज के दिन बच्चे, बूढ़े, जवान और महिलायें सभी अपनी इच्छा से व्रत रखती है।
गंगा स्नान की है परम्परा
शिवरात्रि पर गंगा स्नान की भी परम्परा है। आज के दिन काशी के घाटों पर भी स्नान करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ लगती है। भक्त पहले स्नान करते हैं और उसके बाद लोटे में गंगा जल लेकर सीधा बाबा भोलेनाथ के दरबार उसे चढ़ाने के लिए जाते हैं। कई दिनों से मौसम सामान्य हो गया था लेकिन शिवरात्रि के दिन कोहरा छाया रहा और ठंड भी बढ़ गई, जबकि सर्दी पूरी तरह से समाप्त हो चुकी थी।
चप्पे चप्पे पर तैनात है सुरक्षाबल
श्रद्धालुओं को दर्शन-पूजन में किसी तरह का व्यवधान न होने पाए इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। आज बाबा दरबार की सुरक्षा के लिए तीन घेरा बनाया गया है। इसके अलावा रविवार रात्रि दस बजे से पुलिस फोर्स तैनाती संग खुफिया विभाग ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। मंदिर क्षेत्र में मोबाइल फोन और बैग पूरी तरह से प्रतिबंधित है। विश्वनाथ मंदिर परिसर में लगे 21 सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही है।
दिन भर के पूजा का क्रम
रविवार की रात ढलते ही सोमवार की भोर 2.30 बजे महापर्व की मंगला आरती होगी और 3.30 बजे मंदिर के पट भक्तों के लिए खुल जाएंगे। सोमवार की भोर से मंगलवार की रात 11 बजे तक लगभग साढ़े 44 घंटे सिर्फ और सिर्फ भक्तों के नाम होगा। महापर्व के खास मौके पर दिन में दोपहर 11 से 12.15 तक भोग आरती के बाद फिर रात में ही चार प्रहर की आरती के लिए थोड़ी-थोड़ी देर तक दर्शन विश्राम होगा। शिवरात्रि की रात 11 से 12.30 तक प्रथम प्रहर की आरती, रात 1.30 से 2.25 तक दूसरे प्रहर, 3 से 4.25 तक तीसरे प्रहर और मंगलवार की सुबह पांच से 6.15 बजे तक चतुर्थ प्रहर की आरती होगी।
शाम को निकलेगी शिवबारात
शिवरात्रि पर्व पर काशी में शिवभक्तों की भक्ती देखते ही बनती है यहां रहने वाला हर इंसान शिव की भक्ति में लीन नजर आता है। शिव की भक्ति में लीन शिव भक्त भगवान शिव की बारात निकालते है। इसमें हजारों की संख्या में शिवभक्त गाजे बाजे की धुन पर नाचते-गाते चलते है। गंगा-जमुना तहजीब एवं साम्प्रदायिक सौहार्द्र की झलक शिवबारात में दिखाई पड़ती है। आयोजकों की माने तो शिव बारात महज एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि सामाजिक समस्याओं के प्रति आन्दोलन है। यह बारात सुप्रसिद्ध महामृत्युंजय मन्दिर से निकलकर शहर के विभिन्न भागों से होते हुए विश्वनाथ मन्दिर के सामने समाप्त होगी। शिव बारात में शामिल होने का निमंत्रण आम जनता के अलावा बंजारों एवं संपेरों को दिया जाता है जो इस आयोजन में अपना करतब दिखाते चलते हैं।
महाशिवरात्रि के इस अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने शिवभक्तों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने अपने ट्वीटर पर ट्वीट कर देशवासियों को इस पर्व के लिए शुभकामनाएं दी हैं। देखिए पीएम मोदी का ट्वीट।
महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।Maha Shivratri greetings to everyone.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 7, 2016