Prayagraj: फिलिस्तीन में युद्ध विराम और शांति स्थापित करने को लेकर अधिवक्ताओं ने किया प्रदर्शन

Prayagraj News: इस दौरान शहर के जाने-माने कवि अंशु मालवीय ने विश्वविख्यात फिलिस्तीनी कवि महमूद दरवेश की कविता "फिलिस्तीन का एक आशिक़" और कवि अल कर्मी की कविता "हम वापस आएंगे" जैसी युद्ध विरोधी कविताओं का पाठ किया।

Report :  Syed Raza
Update:2023-11-08 17:08 IST

Advocates demonstrated to establish ceasefire and peace in Israel and Palestine

Prayagraj News: अधिवक्ता मंच इलाहाबाद की ओर से इस्राइल और फ़िलिस्तीन में जारी संघर्ष के बीच मारे जा रहे निर्दोष नागरिकों, महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों के ख़िलाफ़ युद्ध विराम के साथ शांति की मांग की। इसके साथ ही यूएन चार्टर लागू किए जाने की मांग को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सामने स्थित भीमराव अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए अधिवक्ताओं ने कहा की इजरायल द्वारा फिलिस्तीन की जनता को चारों तरफ से घेर कर, आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई रोक कर, अंधाधुन बमबारी करके नरसंहार किया जा रहा है। यह एक सभ्य समाज में स्वीकार्य नही है। हर इंसान को इस नरसंहार के विरोध में खुलकर बोलना चाहिए।

वक्ताओं ने इजरायल की जनता सलूट करते हुए कहा कि इजरायल की जनता फिलिस्तीन पर बलात युद्ध थोपने के खिलाफ अपनी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। इसी प्रकार अमेरिका और यूरोप के तमाम देशों सहित दुनिया के हर कोने से फिलिस्तीन में जारी नरसंहार के खिलाफ जनता की आवाजें उठ रही हैं। हमारा देश गौतम बुद्ध का देश है। हमारे देश ने विश्व बंधुत्व और शांति का पैगाम दुनिया भर में फैलाया है। ऐसे में निर्दोष नागरिकों के नरसंहार के खिलाफ आवाज उठाना हर इंसान का फ़र्ज़ है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार से मांग की कि भारत सरकार शांति की स्थापना के लिए इस्राइल और अमेरिका जैसे साम्राज्यवादी देशों पर दबाव बनाए और तुरंत युद्ध विराम घोषित करने के संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रस्ताव को लागू कराने की पहल करें।

साम्राज्यवाद मुर्दाबाद के लगे नारे

अधिवक्ताओं ने साम्राज्यवाद मुर्दाबाद, नो वॉर नो वॉर, फिलिस्तीन में आम जनता का नरसंहार बंद करो, विश्व शांति स्थापित करो, यूएन चार्टर लागू करो और मानवाधिकारों का उल्लंघन बंद करो सहित तमाम मांगों के नारे लगाए गए। अधिवक्ताओं के हाथों में उक्त मांगों के पोस्टर सहित लुधियानवी की कविता जंग टलती रहे तो बेहतर है का पोस्टर भी लगाया गया। सभा को वरिष्ठ अधिवक्ता रामकुमार गौतम, राजीव कुमार, बैरिस्टर सिंह, घनश्याम मौर्य, नीतीश कुमार, रमेश कुमार, मंजेश कुमार और मंच के संयोजक राजवेंद्र सिंह ने संबोधित किया।

फिलिस्तीनी कवि महमूद दरवेश के कविताओं का हुआ पाठ

इस दौरान शहर के जाने-माने कवि अंशु मालवीय ने विश्वविख्यात फिलिस्तीनी कवि महमूद दरवेश की कविता "फिलिस्तीन का एक आशिक़" और कवि अल कर्मी की कविता "हम वापस आएंगे" जैसी युद्ध विरोधी कविताओं का पाठ किया। वक्ताओं ने हिंसा के खिलाफ, शांति की स्थापना, युद्ध रोके जाने, और फिलिस्तीन की समस्या का बात चीत से शांतिपूर्ण समाधान खोजे जाने की अपील की।

प्रदर्शन में ये शामिल हुए

प्रदर्शन में वहाज अहमद सिद्दिकी, सतवेंद्र आज़ाद, हाई कोर्ट बार के कार्यकारिणी सदस्य ओम प्रकाश विश्वकर्मा, काशान सिद्दीक़ी, जटाशंकर मौर्य, विकास मौर्य, शान मोहम्मद, मो0हारिश, विनोद कुमार, बुद्ध प्रकाश, रमेश बरनवाल, और संयोजक राजवेंद्र सिंह के साथ साथ बड़ी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित रहे।

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