Mahakumbh 2025: महामना की पुण्यतिथि पर स्वास्थ्य शिविर, पुलिस महानिदेशक पश्चिम बंगाल के कर कमलों से संपन्न हुआ उद्घाटन
Madan Mohan Malaviya Death Anniversary: कुंभ मेला क्षेत्र प्रयागराज में महामना के पौत्र मनोज मालवीय , वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी,पुलिस महानिदेशक पश्चिम बंगाल के कर कमलों से स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन संपन्न हुआ।;
Madan Mohan Malaviya Death Anniversary: भारत रत्न पूज्य महामना पण्डित मदन मोहन मालवीय की पुण्य स्मृति में सोमवार को शुभ मुहूर्त में सेक्टर 23,संकट मोचन मार्ग , कुंभ मेला क्षेत्र प्रयागराज में महामना के पौत्र मनोज मालवीय, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी,पुलिस महानिदेशक पश्चिम बंगाल के कर कमलों से निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का उद्घाटन संपन्न हुआ। इस अवसर पर मनोज मालवीय ने यह कहा कि यह बड़े सौभाग्य की बात है इस पुण्य धरती पर जहां मेरे दादा जी और पिता जी ने मुझे नर सेवा का भाव सिखाया।
इस कुम्भ मेला शिविर में बी एच यू के आयुर्वेद विभाग के प्रमुख वैद्य सुशील दुबे के द्वारा नि शुल्क स्वास्थ परीक्षण कर औषधि प्रदान की जाएगी। बी एच यू के ज्योतिष विभाग प्रो गिरिजा शंकर शास्त्री के द्वारा ज्योतिष से संबंधित विषयों पर ज्ञान प्रदान किया जायेगा। शिविर के संयोजक अजय मिश्रा ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी महामना मदनमोहन मालवीय दर्शन और व्यक्तित्व को जानने और समझने के लिए कुंभ पर्व से जुड़े सारे प्राचीन अभिलेख और चित्र इस शिविर में आम लोगों के लिए उपलब्ध रहेगा।। इस अवसर पर विशाल अग्रवाल, विनय शुक्ल, यश श्रीवास्तव, मानस मालवीय, आदि प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
महामना का संस्मरण
महामना का एक संस्मरण प्रसिद्ध है बीएचयू की शुरुआत हो चुकी थी। वहां एक लड़का पढ़ता था। उसका पढ़ाई में ध्यान कम था या कोई और वजह जिसके चलते वह फेल हो गया। बहुत दुखी था। इसी बीच किसी ने उसे सलाह दी मालवीय जी सुबह टहलने निकलते हैं तुम लंगोट पहनकर शरीर में मिट्टी लगाकर उनके पैरों में गिर जाओ। वह पूछें तो कह देना गुरुजी शरीर बनाता रहा पढ़ाई में ध्यान कम दे पाया इसलिए फेल हो गया हूं। डूबते को तिनके का सहारा उसने यही किया जैसे ही मालवीय जी आते दिखे वह दौड़कर पैरों से लिपट गया। मालवीय जी ने हड़बड़ा कर पूछा अरे रोता क्यों है क्या बात है तो उसने अपनी बात कही। इस पर मालवीय जी हंसे बोले बस इतनी सी बात और उन्होंने रिपोर्ट कार्ड पर फेल की जगह पास लिख कर कहा। स्वास्थ्य पहली जरूरत है। युवा तन मन स्वस्थ होना चाहिए। ऐसे में इस स्वास्थ्य शिविर का आयोजन मालवीय जी को सच्ची श्रद्धांजलि है।