Prayagraj News: महाकुंभ की धर्म संसद में उठेगा सनातन बोर्ड की स्थापना का मुद्दा , अखाड़ा परिषद ने किया ऐलान
Prayagraj News: आखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने ऐलान किया है प्रयागराज महाकुंभ में इस बार सनातन बोर्ड की स्थापना के लिए प्रस्ताव लाकर इसकी स्थापना के लिए सरकार से मांग की जाएगी।
Prayagraj News: प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ की धर्म संसद में इस बार कई महत्वपूर्ण विषयों का प्रस्ताव लाया जाएगा। आखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने ऐलान किया है प्रयागराज महाकुंभ में इस बार सनातन बोर्ड की स्थापना के लिए प्रस्ताव लाकर इसकी स्थापना के लिए सरकार से मांग की जाएगी।
वक्फ बोर्ड की तरह ही बनेगा सनातन बोर्ड ?
इस समय देश भर मुस्लिम वक्फ बोर्ड बिल को लेकर सियासत जारी । मुस्लिम वक्फ बोर्ड की तर्ज पर सनातन बोर्ड बनाने की मांग भी साधु संतो के बीच से उठने लगी है। प्रयागराज में आयोजित अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में भी इस विषय पर अखाड़ों के संतों ने विचार मंथन किया है और ऐलान किया है कि प्रयागराज महाकुंभ में इस मुद्दे को लेकर साधु संत प्रमुखता से जनमत जुटाएंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी का कहना है कि सभी अखाड़ों के बीच इस बात के लिए अब सहमति बनी है कि महाकुंभ में आयोजित होने वाले धर्म संसद में सनातन बोर्ड बनाने का प्रस्ताव लाया जायेगा। सभी संतो के सामने इसे रखने के बाद उनकी राय ली जायेगी और इसे सरकार के पास भेजकर मांग की जाएगी कि मुस्लिम वक़्फ़ बोर्ड की तरह सनातन बोर्ड का भी गठन हो। श्री पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी के सचिव महंत जमुना पुरी ने कहा है कि कलियुग में कहा गया है कि कलियुग में संघ ही शक्ति है । ऐसे में धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए सनातन बोर्ड की स्थापना एक आवश्यकता है।
सनातन बोर्ड करेगा ये कार्य
सनातन बोर्ड की मांग अखाड़ा परिषद के अलावाकथावाचक देवकीनंदन ठाकुर भी कर चुके हैं । उन्होंने तो यह भी कहा था कि सनातन बोर्ड को भी उतनी जमीनें मिलनी चाहिए, जितनी वक्फ बोर्ड के पास हैं। इधर इस मुद्दे पर अब अखाड़ा परिषद भी सक्रिय हो गया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी का कहना है कि कांग्रेस ने 1954 में वक्फ बोर्ड तो बना दिया लेकिन हिन्दुओं के लिए सनातन बोर्ड बनाने का विचार तक नहीं किया। अब जबकि केंद्र में हिंदुत्ववादी विचारधारा की सरकार है ऐसे में अगर इस समय सनातन बोर्ड की स्थापना न हुई तो कब होगी। रविंद्र पुरी का कहना है कि सनातन बोर्ड के प्रस्ताव में उसके स्वरूप और कार्यों का प्रारूप भी तैयार कर लिया गया है। गरीब परिवार की कन्याओं की शादी कराना, गौ शालाओं को खुलवाना , मठ मंदिरों की व्यवस्था देखना और मठ मंदिर की संपत्ति का सनातन धर्म के हित में उपयोग करना बोर्ड के कार्य होंगे।