Mahakumbh 2025: पहली बार रोडवेज का 'बाइकर्स ग्रुप' मेला क्षेत्र में रहेगा तैनात, टीम निभाएगी "गाइड" की भूमिका
Mahakumbh 2025: पहली बार रोडवेज विभाग बाइकर्स ग्रुप को भी मेला क्षेत्र में तैनात करेगा यह वह लोग होंगे जो बाइक से शटल बसों की मेंटेनेंस के लिए 24 घंटे कार्य पर रहेंगे।;
महाकुंभ 2025 मेला क्षेत्र में रोडवेज का 'बाइकर्स ग्रुप' गाइड" की भूमिका: Photo- Social Media
Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 का इंतज़ार लोगो को बेसब्री से है। देश के सबसे बड़े धार्मिक मेले को लेकर अबकी बार श्रद्धालुओं को संगम नगरी तक लाने और वापस घर पहुंचाने के लिए रोडवेज विभाग सात हजार बसों के संचालन में जुट गया है । यह बसें प्रदेश के 112 डिपो से मंगाई जाएंगी। खास बात यह है कि इसमें एक हजार नई रोडवेज बसें भी शामिल हैं। साथ ही साथ 550 शटल बेस भी संचालित की जाएगी जिसका संचालन शहर और मेला क्षेत्र में किया जाएगा इसके साथ रोडवेज विभाग द्वारा डेडीकेटेड टीम का भी गठन किया जाएगा जो यात्रियों के लिए गाइड का काम करेंगे।
'बाइकर्स ग्रुप' की भूमिका रहेगी खास
पहली बार रोडवेज विभाग बाइकर्स ग्रुप को भी मेला क्षेत्र में तैनात करेगा यह वह लोग होंगे जो बाइक से शटल बसों की मेंटेनेंस के लिए 24 घंटे कार्य पर रहेंगे, मतलब किसी भी शटल बस में कोई समस्या होगी तो यह बाइकर्स ग्रुप स्पॉट पर जाकर बस में आई समस्या का समाधान करेगा । इसके साथ ही जिले में महाकुंभ से पहले 10 अस्थाई बस अड्डे भी बने जाएंगे ताकि यात्रियों को आने में कोई भी समस्या ना हो। जौनपुर, गोरखपुर मार्ग पर यूपी रोडवेज झूंसी और दुर्जनपुर पर अस्थायी बस स्टेशन बनाएगा।
वाराणसी, गोपीगंज मार्ग के रोडवेज सरस्वती गेट के पास, रायबरेली-लखनऊ एवं अयोध्या मार्ग के लिए राजर्षि टंडन आवासीय परिसर फाफामऊ के सामने एवं बेला कछार से, कौशाम्बी-कानपुर मार्ग के लिए नेहरू पार्क के पास, रीवा-चित्रकूट-बांदा मार्ग के लिए अंध विद्यालय लेप्रोसी चौराहा, मिर्जापुर-विंध्याचल मार्ग के लिए सरस्वती हाईटेक सिटी के पास अस्थायी बस स्टेशन बनाया जाएगा।
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रोडवेज विभाग ने महाकुंभ को लेकर के तेज की तैयारी
बताया जा रहा है कि इस बार के महाकुंभ 2025 में बसों से लगभग साढ़े तीन करोड़ यात्रियों के आने का अनुमान है ऐसे में महाकुंभ ड्यूटी में अच्छी स्थिति वाली व नई बसों को ही प्राथमिकता दी जाएगी। प्रदेश के सभी 75 जिलों से महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के लिए बसें मिलेंगी। अधिकारियों की बात माने तो दिसंबर 2024 तक सभी कार्य पूरे हो जाएंगे।