Prayagraj News: नफीस बिरयानी की हार्टअटैक से मौत, माफिया ब्रदर्स के साथ रही कारोबार से अपराध तक पार्टनरशिप; जुर्म की दुनिया की ऐसी थी कहानी

Prayagraj News: नफीस बिरियानी नैनी सेंट्रल जेल में बंद था, जहां उसे देर रात सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द की शिकायत पर अस्पताल ले जाया गया। यहां से उसे स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है।

Report :  Jugul Kishor
Update:2023-12-18 09:42 IST

 Nafees Biryani (Social Media)

Prayagraj News: माफिया अतीक अहमद के करीबी और उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों में शामिल मोहम्मद नफीस बिरियानी की इलाज के दौरान मौत हो गई। दरअसल, नफीस बिरियानी नैनी सेंट्रल जेल में बंद था, जहां उसे देर रात सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द की शिकायत पर अस्पताल ले जाया गया। यहां से उसे स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है। बता दें कि नवंबर महीने में पुलिस के हुई मुठभेड़ के बाद नफीस बिरयानी को गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसके बाद से वह नैनी सेंट्रल जेल में बंद था।

पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार हुआ था नफीस बिरियानी

उमेश पाल हत्याकांड में शूटरों ने जिस सफेद कलर की क्रेटा कार का इस्तेमाल किया था, जांच में वह नफीस बिरयानी की निकली थी। इसके बाद प्रयागराज के धूमनगंज थाने में उसके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई। 39 वर्षीय बिरयानी हत्याकांड के बाद फरार हो गया था। पुलिस ने उस पर 50 हजार रूपये का इनाम घोषित कर दिया। 22 नवंबर की देर शाम नवाबगंज थाना क्षेत्र के आनापुर इलाके में उसकी पुलिस से मुठभेड़ हो गई। इस दौरान पैर में गोली लगने से वह जख्मी हो गया। जिसके बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

माफिया अतीक का करीबी था नफीस

नफीस बिरियानी माफिया अतीक अहमद का काफी करीबी था। वह अक्सर अतीक अहमद से मिलने साबरमती जेल जाया करता था। उसने पुलिस पूछताछ में बताया था कि वह अतीक के कहने पर रियल एस्टेट में पैसा लगाता था। उसने कई बेनामी संपत्ति के बारे में भी पुलिस को जानकारी दी है। इसके अलावा प्रयागराज में मशहूर उसकी ईट ऑन बिरयानी शॉप भी उसने अतीक के मदद से ही खोली थी। इस दुकान में माफिया अतीक 40 प्रतिशत का हिस्सेदार था। उसने बताया कि जब शाइस्ता परवीन एआईएमआईएम में थी तो उसकी चुनावी रैलियों में बिरयानी सप्लाई वही करता था। इसके अलावा उसने अतीक के परिवार के लिए मीडिया मैनेजमेंट पर भी लाखों रूपये खर्च किए हैं।

24 फरवरी को उमेश पाल की हुई थी हत्या

बता दें कि 24 फरवरी 2023 प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में वकील उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनरों की गोली और बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हमले को अतीक के तीसरे बेटे असद अहमद ने लीड किया था, जो कि अप्रैल में झांसी में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। 


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