Prayagraj Mahakumbh 2025: महाकुम्भ 2025 से पहले हर हाल में पूरा करें गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण

Prayagraj Mahakumbh 2025: औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने बुधवार को पर्यटन भवन लखनऊ में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की।

Report :  Syed Raza
Update:2024-10-23 20:31 IST

Prayagraj News (Pic- Newstrack)

Prayagraj Mahakumbh 2025: यूपीडा की समीक्षा बैठक में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने महाकुंभ के मद्देनजर गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन नवंबर या दिसंबर में हो सकता है। इसका 98.5 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इसी तरह बलिया लिंक एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण का काम भी पूरा हो चुका है।

औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने बुधवार को पर्यटन भवन लखनऊ में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। जिसमें मंत्री नंदी ने महाकुंभ 2025 के मद्देनजर गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की प्रगति धीमी पाए जाने पर उसमें तेजी लाने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य हर हाल में महाकुंभ 2025 से पहले पूरा किया जाए, ताकि लाखों लोगों को महाकुंभ के दौरान पुण्य कमाने का लाभ मिल सके। इसके साथ ही मंत्री नंदी ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के बचे हुए डेढ़ फीसदी काम को जल्द से जल्द पूरा कर नवंबर या दिसंबर महीने में इसका उद्घाटन कराने के निर्देश दिए।

मंत्री नंदी ने कहा कि मेरठ को प्रयागराज और बीच में पड़ने वाले 12 जिलों से जोड़ने और यात्रा की अवधि को कम करने के लिए 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया जा रहा है। ताकि महाकुंभ 2025 के दौरान लाखों लोगों को इसका लाभ मिल सके और वे पुण्य कमा सकें। मंत्री नंदी ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी ली। जिस पर अधिकारियों ने बताया कि अब तक 98.5 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है और कार्य पूर्ण होने की निर्धारित तिथि 30 अक्टूबर 2024 है। जिस पर मंत्री नंदी ने शेष डेढ़ प्रतिशत कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। जिस पर अधिकारियों ने बताया कि 7,283 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 91.35 किलोमीटर लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन नवंबर या दिसंबर में किया जा सकता है।

समीक्षा बैठक में बताया गया कि गाजीपुर से मांझीघाट तक 131 किलोमीटर लंबी ग्रीन फील्ड परियोजना एनएच 31 का निर्माण कार्य होना है। जिसके लिए 822.05 हेक्टेयर भूमि के सापेक्ष 744 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण एवं क्रय का कार्य पूर्ण हो चुका है। शीघ्र ही आगे की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे 28 जिलों में 29 स्थलों पर औद्योगिक कॉरिडोर विकसित किए जाने हैं, जिसके लिए 12,000 एकड़ भूमि एकत्रित करने का लक्ष्य है। जिसके सापेक्ष 8000 एकड़ भूमि क्रय की जा चुकी है। जिस पर मंत्री नंदी ने शेष भूमि को जल्द से जल्द क्रय करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर के सभी 6 नोड्स में 1649 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है। जिसमें से 1301 हेक्टेयर भूमि आवंटित की जा चुकी है। अब तक 8000 करोड़ का निवेश हो चुका है।

पांच प्लांट से उत्पादन भी शुरू हो गया है। कानपुर नोड में निवेश करने के लिए इजराइली कंपनियां आ रही हैं। मंत्री नंदी ने निर्देश दिए कि एक्सप्रेसवे पर चलने वाले सभी वाहनों और एंबुलेंस, कैटल कैचर क्रेन, जिनमें जीपीएस की सुविधा दी गई है, की लाइव लोकेशन यूपीडा मुख्यालय स्थित बोर्ड रूम में दिखाई जाए। बैठक में प्रमुख सचिव, उत्तर प्रदेश शासन एवं सीईओ यूपीडा मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव, औद्योगिक विकास अनिल कुमार सागर, एसीईओ यूपीडा हरि प्रताप शाही एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Tags:    

Similar News