आम्रपाली, सुपरटेक समेत 164 बिल्डर डिफॉल्टर, बकाया न चुकाने पर ग्रेनो की कार्रवाई

Update: 2016-09-08 19:11 GMT

नोएडाः ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (ग्रेनो) ने आम्रपाली और सुपरटेक समेत 164 रियल एस्टेट कंपनियों को डिफॉल्टर घोषित कर दिया है। इन बिल्डरों ने फ्लैट के लिए निवेशकों से तो 90 फीसदी तक धन ले लिया, लेकिन ग्रेनो का बकाया नहीं चुकाया। डिफॉल्टर घोषित होने के बाद इन रियल एस्टेट फर्मों के खिलाफ कार्रवाई का रास्ता खुल गया है। आगे चलकर इनके प्रोजेक्ट्स भी रद्द हो सकते हैं।

ये हैं टॉप टेन डिफॉल्टर

आम्रपाली ग्रुप सबसे बड़ा डिफॉल्टर है। उस पर ग्रेनो का 879 करोड़ रुपए बकाया है। यूनिटेक बिल्डर्स पर 773 करोड़, सुपरटेक पर 282 करोड़, पार्श्वनाथ डेवलपर्स पर 163 करोड़, एल्डिको इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 159 करोड़ का बकाया है। इसके अलावा एटीएस पर 124 करोड़, ओमैक्स पर 103 करोड़, पंचशील बिल्डटेक पर 84 करोड़ रुपए ग्रेनो के बकाया हैं। गुलशन डेवलपर्स पर 64 करोड़ और निराला प्रोजेक्ट्स पर 28 करोड़ रुपए ग्रेनो का बकाया बनता है।

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निवेशकों को होगी दिक्कत

डिफॉल्टर घोषित होने के बाद इन 164 रियल एस्टेट कंपनियों में फ्लैट के लिए निवेश करने वालों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। प्रोजेक्ट्स रद्द हो सकते हैं। साथ ही अथॉरिटी से बिल्ड को कम्प्लीशन न मिलने से भी फ्लैटों की रजिस्ट्री नहीं हो सकेगी। बता दें कि डिफॉल्टर घोषित आम्रपाली और अन्य कंपनियों को नोएडा अथॉरिटी को भी करोड़ों रुपए चुकाने हैं। ऐसे में वहां भी कंपनियां डिफॉल्टर घोषित हो सकती हैं।

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